प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G20 डिजिटल अर्थव्यवस्था में मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए हाल के वर्षों में भारत में डिजिटल परिवर्तन को अभूतपूर्व बताया. उन्होंने इस दौरान एआई प्लेटफार्म भाषिणी का जिक्र भी किया. आइये जानते है कि यह Bhashini AI क्या है, यह कैसे काम करेगा और इसकी खासियत क्या है.
क्या है AI प्लेटफार्म Bhashini
केंद्र सरकार की तरफ से इस एआई को डेवलप किया जा रहा है. जिसकी मदद से भारतीय भाषाओं के बीच की बाधा को तोड़ा जा सके. इसकी मदद से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी) संसाधनों को सार्वजनिक डोमेन में अवेलेबल कराया जा सके. जिसका इस्तेमाल एमएसएमई, स्टार्टअप और व्यक्तिगत इनोवेटर्स द्वारा किया जा सके.
कैसे काम करता है Bhashini AI
Bhashini AI को इस्तेमाल करने के लिए https://www.bhasini.gov.in/en/ पर जाना होगा. इसका उद्देश्य ऐसे इको सिस्टम को डेवलप करना है जहां पर संस्थान, इंडस्ट्रियल्स, रिसर्च ग्रुप्स, एकैडिमिसिअन्स शामिल हो सकें. इसके साथ ही डेटा, प्रशिक्षण और बेंचमार्क डेटासेट, खुले मॉडल, उपकरण और प्रौद्योगिकियों के निरंतर विकसित होने वाले स्टोर को बनाए रखने के लिए एकजुट हों.
Bhashini AI की क्यों है जरूरी
आजकर इंटरनेट पर अवेलेबल अधिकांश कंटेंट आमतौर पर अंग्रेजी में होती है. बहुत ही कम कंटेंट भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. वहीं, साल 2021-22 में एक सर्वे सामने आया था कि 53 फीसदी भारतीय इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते है, क्योकि कंटेट उनकी भाषा में नहीं होता. सरकार इस रूकावट को दूर करने के लिए Bhashini AI लाने जा रही है. जिसके आने के बाद भारतीय भाषाओं के बीच किसी तरह की बाधा नहीं रहेगी.