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Internet Job Fraud: इंटरनेट पर चल रहे “घर बैठे नौकरी पाएं” स्कैम को लेकर सरकार ने दी चेतावनी, जानें खुद को कैसे बचाएं

इंटरनेट पर “घर बैठे नौकरी पाओ” वाले फ्रॉड के झांसे में ज्यादातर लोग आ चुके हैं. केंद्र ने इसे कहा कि उन्होंने कई भाषाओं में "घर बैठे नौकरी" और "घर बैठे कमाई कैसे करें" जैसे कीवर्ड का इस्तेमाल करके इन सभी वेबसाइट्स को ब्लॉक किया है.

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हाइलाइट्स
  • चल रहा है घर बैठे नौकरी फ्रॉड 

  • स्कैम को लेकर सरकार ने दी चेतावनी

इंटरनेट पर कई ऐसी फ्रॉड चल रहे हैं जिसके झांसे में हर दिन हजारों लोग आते हैं. इसमें सबसे ज्यादा जिस फ्रॉड में लोग फंसते हैं वो है नौकरी से जुड़ा. केंद्र सरकार ने बुधवार को इसी पर एक्शन लेते हुए 100 से अधिक वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है. केंद्र ने आधिकारिक बयान में कहा, यह पता चला है कि कई वेबसाइट विदेशी "साइबर थ्रेट एक्टर्स" द्वारा चलाई जा रही थीं और वे डिजिटल विज्ञापन, चैट मैसेंजर, म्यूल और किराए के अकाउंट का उपयोग कर रहे थे.

"घर बैठे नौकरी" फ्रॉड 

इंटरनेट पर “घर बैठे नौकरी पाओ” वाले फ्रॉड के झांसे में ज्यादातर लोग आ चुके हैं. इसके बारे में बात करते हुए, केंद्र ने कहा कि उन्होंने विदेशी विज्ञापनदाताओं से कई भाषाओं में "घर बैठे नौकरी" और "घर बैठे कमाई कैसे करें" जैसे कीवर्ड का उपयोग करके Google और मेटा पर टार्गेटेड डिजिटल विज्ञापन लॉन्च किए. केंद्र ने कहा कि निशाने पर ज्यादातर रिटायर्ड कर्मचारी, महिलाएं और बेरोजगार युवा हैं जो पार्ट-टाइम जॉब की तलाश में हैं.

कैसे होता है फ्रॉड?

ये फ्रॉड कैसे होता है इसे लेकर केंद्र ने कहा, "विज्ञापन पर क्लिक करने पर, व्हाट्सएप या टेलीग्राम का उपयोग करने वाला एक एजेंट संभावित पीड़ित के साथ बातचीत शुरू करता है, जो उसे वीडियो लाइक और सब्सक्राइब, मैप्स रेटिंग आदि जैसे कुछ काम करने के लिए मनाता है."

कार्य पूरा होने पर, व्यक्ति को शुरू में कुछ कमीशन दिया जाता है और दिए गए कार्य के बदले ज्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए इन्वेस्टमेंट करने के लिए कहा जाता है. विश्वास हासिल करने के बाद, जब कोई व्यक्ति बड़ी राशि जमा करता है, तो जमा राशि जब्त कर ली जाती है और इस तरह पीड़ित को धोखा दिया जाता है.

कैसे रहें इससे सुरक्षित?

इससे बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है-

-किसी भी ज्यादा कमीशन वाली पेइंग ऑनलाइन स्कीम में इन्वेस्ट करने से पहले हमेशा उसके बारे में पता करें और दूसरे लोगों से इसके बारे में बात करें. 

-अगर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे व्हाट्सएप या टेलीग्राम पर संपर्क करता है, तो बिना वेरीफाई किए पैसे ट्रांसफर करने से बचें.

-आपको हमेशा यूपीआई ऐप में दिखाई दे रहे रिसीवर के नाम को वेरीफाई करना चाहिए और अगर रिसीवर कोई जान पहचान का व्यक्ति है तभी पैसे भेजें. नहीं तो ये एक तरह का फ्रॉड भी हो सकता है. 

-आपको उस सोर्स की भी जांच करनी चाहिए जहां से आपको कमीशन मिला है.

-नागरिकों को अज्ञात खातों से लेनदेन करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हो सकता है. इतना ही नहीं इसका लिंक आतंकवाद से हो सकता है. इसकी वजह से आप पुलिस या अन्य कानूनी कार्रवाई में फंस सकते हैं.

-आपको ऐसे धोखेबाजों द्वारा इस्तेमाल किए गए फोन नंबरों और सोशल मीडिया हैंडल की रिपोर्ट राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल cybercrime.gov.पर भी कर सकते हैं.