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‘गगनयान’ से पहले 2 मानव रहित मिशन होंगे लॉन्च, ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश होगा भारत

राज्य मंत्री ने आगे बताया कि कोविड -19 महामारी के कारण इन स्पेस प्रोजेक्ट्स में देरी हुई है. उन्होंने कहा कि "अगले साल में, गगनयान को उड़ाने से पहले हम दो मानव रहित मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं. वह भी योजना में है. आमतौर पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) का पालन किया जाता है और कोविड-19 महामारी के कारण, इसे यह देरी से मिला है.”

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हाइलाइट्स
  • केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में इस बात की जानकारी दी

  • भारत में इससे युवा स्टार्टअप दोनों को मिलेगा बढ़ावा

  • रोबोट को दिया गया है वायुमित्र का नाम

भारत अगले साल 2022 के आखिर तक 'गगनयान' से पहले दो मानव रहित मिशन लॉन्च करने वाला है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इस लॉन्च के साथ भारत दुनिया का चौथा ऐसा देश बन जाएगा जिसने मानव रहित स्पेसफ्लाइट मिशन लॉन्च किया है. इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन इसे लॉन्च कर चुके हैं. 

दूसरे स्पेस प्रोजेक्ट्स के बार में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वीनस मिशन को साल 2022 में लॉन्च करने की योजना है, वहीं  सोलर मिशन 2022-23 में और स्पेस स्टेशन 2030 तक लॉन्च होने की उम्मीद है. 

कोविड-19 की वजह से हुई देरी  

राज्य मंत्री ने आगे बताया कि कोविड -19 महामारी के कारण इन स्पेस प्रोजेक्ट्स में देरी हुई है. उन्होंने कहा कि "अगले साल में, गगनयान को उड़ाने से पहले हम दो मानव रहित मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं. वह भी योजना में है. आमतौर पर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) का पालन किया जाता है और कोविड-19 महामारी के कारण, इसे यह देरी से मिला है.”

रोबोट को दिया गया है वायुमित्र का नाम 

उन्होंने कहा कि अगले साल की शुरुआत में सबसे पहले भारत ये मानव रहित मिशन लॉन्च करेगा वहीं 2022 के अंत में गगनयान लॉन्च होगा. इसके साथ इसमें को रोबोट होंगे उन्हें 'वायुमित्र' नाम दिया गया है. मंत्री ने बताया कि ये गगनयान प्रोग्राम दूसरे देशों ने जो मानव मिशन लॉन्च किये हैं उनसे काफी अलग होंगे. ये उनकी तुलना में अधिक लागत प्रभावी और इंक्लूसिव होंगे. 

भारत में इससे युवा स्टार्टअप दोनों को मिलेगा बढ़ावा 

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आगे कहा कि यह प्रोग्राम भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में दूसरों के सामने लाएगा जिसने रोबोट मिशन लॉन्च किये हैं. इससे देश की क्षमताओं में भी सुधार होगा और युवाओं और स्टार्ट-अप को भी प्रेरित करेगा. गगनयान प्रोग्राम के अलावा, मंत्री ने कहा, "हमारे पास कई अन्य मिशन भी हैं. हमारे पास 2023 तक एक और वीनस मिशन होगा. इसके बाद हमारे पास 2022-23 के लिए 'आदित्य सोलर मिशन' नाम का एक सोलर मिशन भी होगा."

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