साल 2023 में 5G सर्विस गांव-गांव तक पहुंच जाएगी. 6G की तैयारी भी शुरू हो गई है. 6G के लिए केंद्र सरकार ने इनोवेशन ग्रुप और टास्क फोर्स का गठन कर दिया है. साल 2023 में भारत पहले मानव अंतरिक्ष मिशन “गगनयान” के साथ-साथ पहले मानव महासागर मिशन की शुरुआत करेगा.
पिछले साल अक्टूबर में देश में 5G सर्विस लॉन्च हुई. जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों ने देश में 5G सर्विस शुरू की. हालांकि शुरुआत में 5G सर्विस कुछ शहरों तक ही सीमित रहा लेकिन अब इसका विस्तार हो रहा है.
पूरे देश में शुरू होगी जियो की 5G सेवा
Jio True 5G सर्विस हाल ही में भोपाल, इंदौर, लखनऊ, आंध्र प्रदेश में तिरुमला, विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा और गुंटूर जैसे शहरों में शुरू हो चुकी है. इससे पहले कंपनी दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, वाराणसी, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे, नाथद्वारा और गुजरात के सभी 33 जिलों में अपनी 5जी सेवा शुरू कर चुकी है. रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि इस साल के आखिर तक गांव गांव तक 5जी कनेक्टिविटी पहुंचाना उनका लक्ष्य है. इसके लिए जियो इस साल पूरे देश में अपनी Jio True 5G सेवाएं शुरू कर देगी.
BSNL भी शुरू कर सकता है 5G सेवा
माना जा रहा है कि सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL भी इस साल अगस्त तक अपनी 5G सेवा शुरू कर देगा. 5G सेवा के विस्तार के साथ ही ज़ाहिर है कंपनियों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी. कहा जा रहा है कि भारती एयरटेल 5जी के लिए अपने यूजर्स से अधिक कीमत नहीं वसूलेगी. हालांकि अभी कंपनी ने ऐसा कोई ऐलान नहीं किया है. वहीं अगर एयरटेल 5जी के लिए अधिक कीमत वाले प्लान नहीं लाएगा तो संभव है कि रिलायंस जियो भी 5जी के लिए अपने प्लान में अतिरिक्त कीमत नहीं वसूलेगा. इसका सीधा फायदा ग्राहकों को होगा.
मिशन गगनयान की शुरुआत करेगा भारत
सिर्फ संचार के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि भारत इस साल पहले मानव अंतरिक्ष मिशन “गगनयान” के साथ-साथ पहले मानव महासागर मिशन की भी शुरुआत करेगा. मानवयुक्त पनडुब्बी के 500 मीटर वाले उथले जल संस्करण का समुद्री परीक्षण इसी साल होने की संभावना है. जबकि गहरे पानी वाले मानवयुक्त पनडुब्बी मत्स्य 6000 को 2024 की दूसरी तिमाही तक परीक्षण के लिए तैयार कर लिया जाएगा.
चंद्रयान-3 भी लॉन्च होने की संभावना
वहीं चंद्रयान-3 इसी साल अगस्त में लॉन्च होने की संभावना है. ये मिशन चंद्रयान-2 का फॉलोअप मिशन है. भारत सितंबर 2019 में चंद्रमा पर रोवर उतारने के अपने पहले प्रयास में विफल रहा था. मतलब पिछले साल की तरह ही भारत इस साल भी तकनीक के साथ विकास के नये आयाम छूएगा.