सरकार ने गुरुवार को ऑनलाइन गेमिंग के लिए नए नियम जारी किए हैं. इन नियमों के अनुसार जिन ऑनलाइन गेम्स में सट्टेबाजी और दांव लगाना शामिल है, उन्हें बैन कर दिया गया है. साथ ही, कई स्व-नियामक संगठनों (एसआरओ) का फ्रेमवर्क यह निर्धारित करेगा कि एक रियल-मनी गेम की अनुमति है या नहीं.
सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने नई दिल्ली में मीडिया को बताया कि दांव लगाने या सट्टेबाजी में शामिल ऑनलाइन गेम नए ऑनलाइन गेमिंग नियमों का उल्लंघन करेंगे. MeitY कई एसआरओ को यह निर्धारित करने की अनुमति देगा कि असली पैसे के खेल की अनुमति है या नहीं.
क्या है ऑनलाइन रियल मनी गेम
'ऑनलाइन रियल मनी गेम' का मतलब एक ऐसे ऑनलाइन गेम से है जहां यूजर्स नकद या किसी वस्तु के रूप में डिपोजित करते हैं और उन्हें उस डिपोजिट पर जीतने की उम्मीद होती है. एसआरओ में उद्योग समेत सभी स्टेकहोल्डर्स की भागीदारी होगी, लेकिन यह उद्योग तक सीमित नहीं है. चंद्रशेखर ने कहा, "हम एक ऐसे फ्रेमवर्क के साथ काम कर रहे हैं जिसमें एक एसआरओ निर्धारित करेगा कि किसी गेम को अनुमति है या नहीं और ऐसे कई एसआरओ होंगे."
गेम्स की परमिशन इस सरल सिद्धांत के साथ निर्धारित की जाएगी कि क्या गेम में कुछ दांव लगाना शामिल है और "यदि दांव लगाना शामिल है, तो एसआरओ यह कहने की स्थिति में होगा कि उन ऑनलाइन खेलों की अनुमति नहीं है." उन्होंने आगे कहा कि ऑनलाइन गेमिंग ने स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत किया है लेकिन इनकी परमिशन को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं था और इन नए नियमों में एक समस्या को हल करने पर ध्यान दिया गया है.
ऑनलाइन गेमिंग सेक्टर होगा रेगुलेट
नए ऑनलाइन गेमिंग नियमों का स्वागत करते हुए, ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन के सीईओ, रोलैंड लैंडर्स ने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग को रेगुलेट करने के लिए वे MeitY के आभारी हैं. क्योंकि रकार ने भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत गेमिंग, और गेमर्स और ऑनलाइन गेमिंग उद्योग की लंबे समय से चली आ रही मांग को स्वीकार किया है. उनका मानना है कि यह ऑनलाइन गेमिंग के लिए व्यापक रेगुलेशन के लिए एक निर्णायक पहला कदम है और यह इंडस्ट्री को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रेरित करेगा.
नियमों के तहत, एसआरओ (शुरुआत में तीन एसआरओ को अधिसूचित किया जाएगा) को अपनी वेबसाइट पर गेमिंग की लत, वित्तीय नुकसान और वित्तीय धोखाधड़ी के जोखिम के खिलाफ यूजर्स की सुरक्षा के लिए एक फ्रेमवर्क पब्लिश करना होगा. मोबाइल प्रीमियर लीग (एमपीएल) ने नए ऑनलाइन गेमिंग नियमों को सराहा है क्योंकि यह ऑनलाइन गेमिंग को जुए से अलग करते हैं.