दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, देश का सबसे व्यस्त और सबसे बड़ा हवाई अड्डा है. इसके लिए एयरपोर्ट ने अपना बुनियादी ढांचा तैयार कर दिया है. जिसका उपयोग यात्री तब कर सकेंगे जब टेलीकॉम कंपनियां तकनीकी को लागू कर देंगी. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के अधिकारियों ने कहा कि IGI एयरपोर्ट देश का पहला और एकमात्र एयरपोर्ट है जो "5G-रेडी" है. उन्होंने ये भी कहा कि सेवा का उपयोग घरेलू प्रस्थान, अंतरराष्ट्रीय आगमन, बहु-स्तरीय कार पार्किंग स्थानों और हवाई अड्डे के अन्य क्षेत्रों में किया जा सकेगा.
हाई स्पीड इंटरनेट की मिलेगी सुविधा
DIAL के अधिकारियों ने ये भी कहा कि न केवल यात्री बल्कि जीएमआर एरोसिटी जाने वाले लोग भी जीएमआर स्क्वायर पर 5जी नेटवर्क का अनुभव कर सकते हैं. बयान के मुताबिक “यात्री उपलब्ध वाई-फाई सिस्टम की तुलना में 5G नेटवर्क पर 20 गुना तेज डेटा स्पीड का आनंद ले सकेंगे. इससे डाउनलोडिंग, स्ट्रीमिंग के दौरान, जीरो बफरिंग और 3 जी गेंमिग जैसी चीजें बिना किसी रुकावट के हो सकेंगी, जिससे आपको बेहतर वर्चुअल रियलिटी का अनुभव होगा.
5जी के लिए इस तकनीक का होगा इस्तेमाल
5जी नेटवर्क को दूरसंचार सर्विस प्रोवाइडर की मदद से इन-बिल्डिंग सॉल्यूशन तकनीक के साथ स्थापित किया जाएगा. इसका परीक्षण पूरा हो चुका है और MLCP के प्रवेश द्वार पर टर्मिनल के अंदर और एरोसिटी में 5G बुनियादी ढांचा स्थापित किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की संख्या बढ़ने से बेहतर बैंडविड्थ और हाई स्पीड इंटरनेट की मांग में वृद्धि हुई है. 5जी तकनीक न केवल यात्रियों को बल्कि DIAL और अन्य हवाई अड्डा प्राधिकरणों की भी मदद करेगी
पैसेंजर्स को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
डायल के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, "दिल्ली एयरपोर्ट यात्रियों के लिए नई-जेन तकनीक लाने में हमेशा आगे रहता है. हवाई अड्डे पर उनके अनुभव को बढ़ाने के लिए हमने अपना 5जी बुनियादी ढांचा तैयार किया है. 5G नेटवर्क तेज गति और कम विलंबता प्रदान करता है." हवाई अड्डे पर, मोबाइल तकनीक की यह सुविधा कनेक्शन को बेहतर बनाने और यात्रियों के अनुभव को बेहतर करने में मदद करेगी. यात्री एकीकृत सिग्नल शक्ति, निर्बाध कनेक्टिविटी, और अकल्पनीय डेटा गति का अनुभव कर सकते हैं.