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गूगल की तरह देता है जवाब, ChatGPT की तरह लगाता है दिमाग... सैमसंग के फोन में गूगल जेमिनी की जगह लेगा Perplexity AI, जानिए क्या है इसकी खासियत

सैमसंग के साथ बातचीत अभी शुरुआती स्टेज में है, लेकिन वह परप्लेक्सिटी को अपने मोबाइल फोन्स में इंटिग्रेट करने पर विचार कर रहा है. दूसरी ओर, मोटोरोला भी यह कदम जल्द ही उठा सकता है. परप्लेक्सिटी में ऐसा क्या है कि यह गूगल जेमिनी की जगह ले सकता है? आइए समझते हैं.

Perplexity Perplexity

सैमसंग और मोटोरोला के एंड्रॉयड फोन्स में आपको जल्द ही गूगल जेमिनी की जगह परप्लेक्सिटी (Perplexity AI) देखने को मिल सकता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मोटोरोला ने परप्लेक्सिटी के साथ डील पक्की कर ली है. और 24 अप्रैल को न्यूयॉर्क में होने वाले इवेंट में कंपनी अपने नए रेज़र फोल्डेबल फोन्स (Razr Foldable Phones) में इसे शोकेस करने वाली है. 

दूसरी ओर, सैमसंग के साथ बातचीत अभी शुरुआती स्टेज में है, लेकिन वह भी परप्लेक्सिटी को इंटिग्रेट करने पर विचार कर रहा है. यह कदम गूगल जेमिनी के लिए बड़ा झटका तो है ही, लेकिन परप्लेक्सिटी की ग्रोथ में भी मील का पत्थर साबित हो सकता है. इस एआई मॉडल ने बीते कुछ समय में काफी तेज़ी से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

क्या है परप्लेक्सिटी?
परप्लेक्सिटी एक एआई से चलने वाला सर्च इंजन और चैटबॉट है. यह चैट जीपीटी से इस मायने में मिलता है कि यह एक लैंग्वेज मॉडल की तरह आपके सवालों का जवाब देता है. साथ ही यह आपको आपके सवाल से जुड़े टॉप वेब सर्च लिंक्स भी दिखाता है. एकदम गूगल की तरह. यह 2022 में स्थापित हुआ और इसका उद्देश्य विश्वसनीय, रीयल-टाइम जानकारी प्रदान करना है. यह रिसर्चर और स्टूडेंट्स के लिए खासकर फायदेमंद है.

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क्या हैं इसके फीचर्स?
1. रीयल-टाइम सर्च: परप्लेक्सिटी इंटरनेट से ताजा जानकारी खींचता है. जैसे समाचार, स्टॉक वैल्यू या कोई रिसर्च पेपर. यह अपने जवाबों में अपने स्रोत का भी हवाला देता है.
2. प्रो सर्च: यह जटिल सवालों के लिए गहराई से खोज करता है. फॉलो-अप सवाल पूछकर जवाब को और सटीक बनाता है. मुफ्त यूजर्स को हर रोज़ पांच प्रो सर्च करने का मौका मिलता है जबकि प्रो सब्सक्राइबर्स को 300+ प्रो सर्च मिलते हैं. 
3. फोकस मोड: यूजर्स चाहें तो विशिष्ट स्रोतों (जैसे अकादमिक मैगज़ीन, सोशल मीडिया, या वीडियो) पर सर्च को सीमित कर सकते हैं. 

इसके अलावा परप्लेक्सिटी पर स्पेसेस नाम का एक फीचर है जहां आप अपने ऑफिस या स्कूल-कॉलेज के सभी टीम प्रॉजेक्ट व्यवस्थित कर सकते हैं. आप यहां चैटजीपीटी की तरह फाइल और इमेज अपलोड कर उसके आधार पर सवाल पूछे जा सकते हैं. परप्लेक्सिटी चैटजीपीटी, ऑमनी और लामा जैसे मॉडल्स का इस्तेमाल करके सटीक और संदर्भ सहित जवाब देता है.

क्यों खास है परप्लेक्सिटी?
परप्लेक्सिटी चैट जीपीटी जैसे मॉडल्स से अलग है. यह रिसर्च पर ज्यादा जोर देता है. अपने जवाब में स्रोत का हवाला देता है. इससे परप्लेक्सिटी की विश्वसनीयता बढ़ती है. यह कई मायनों में गूगल जैसा तो है ही, साथ ही यह गूगल की तुलना में लिंक्स के बजाय छोटे और बातचीत के अंदाज़ में जवाब देता है. 
भले ही यह क्रिएटिव राइटिंग में चैट जीपीटी और ग्रॉक जैसे मॉडल्स से पिछड़ गया हो लेकिन इसका यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस और सर्च इंजन की तरह काम करने वाला फीचर इसे अनूठा बनाता है. मोटोरोला का हालिया कदम इस बात की गवाही देता है कि इस फीचर की बदौलत परप्लेक्सिटी आने वाले समय में एआई बाज़ार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा सकता है.