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INS Sumedha: 2200 टन वजन, 46 किमी की रफ्तार, 116 क्रू मेंबर... जानिए सूडान में Operation Kaveri में लगे स्वदेशी जहाज आईएनएस सुमेधा के बारे में

सूडान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी चल रहा है. इस ऑपरेशन के तहत 278 भारतीयों का पहला जत्था INS Sumedha से सऊदी अरब के जेद्दा के लिए रवाान किया गया. आईएनएस सुमेधा सरयू क्लास पेट्रोलिंग जहाज है. जिससे भारतीय समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और निगरानी की जाती है.

Stranded Indians queue up to board INS Sumedha as they leave violence-hit Sudan for Jeddah under Operation Kaveri Stranded Indians queue up to board INS Sumedha as they leave violence-hit Sudan for Jeddah under Operation Kaveri

सूडान के हालात लगातार बदतर होते जा रहे हैं. इस बीच गृहयुद्ध में फंसे देश से अपने लोगों को निकालने के लिए भारत ने ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है. इस ऑपरेशन के तहत भारतीयों की घर वापसी शुरू हो गई है. भारतीयों का पहला जत्था आईएनएस सुमेधा से सूडान से सऊदी अरब के जेद्दा के लिए रवाना हो गया है. आईएनएस सुमेधा पर 278 भारतीय सवार हैं. ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान में फंसे भारतीयों का पहला जत्था ले जाने वाले INS सुमेधा स्वदेश निर्मित जहाज है. चलिए आपको इस जहाज के बारे में बताते हैं.

पेट्रोलिंग जहाज है आईएनएस सुमेधा-
भारत में स्वदेशी तकनीक से निर्मित जहाज आईएनएस सुमेधा सरयू क्लास पेट्रोलिंग जहाज है. यह इस श्रेणी का तीसरा जहाज है. इसका काम भारतीय समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और निगरानी करना है. सुमेधा को भारत में ही बनाया गया है. यह एक शक्तिशाली युद्धपोत है. इसमें कई हथियारों को तैनात किया जा सकता है.

नेवी में कब हुआ था शामिल-
आईएनएस सुमेधा को भारत में गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया है. इस जहाज को 21 मई 2011 को गोवा शिपयार्ड में लॉन्च किया गया था. इसको बनाने का काम 15 जनवरी 2014 को पूरा हो गया था. 7 मार्च 2014 को इंडियन नेवी को सौंप दिया गया था. आईएनएस सुमेधा विशाखापत्तनम के इंडियन नेवी के पूर्वी बेड़े का हिस्सा है. ये पूर्व नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के तहत आता है.

आईएनएस सुमेधा में क्या है खास-
आईएनएस सुमेधा को फ्लीट सपोर्ट ऑपरेशंस, समुद्र की निगरानी और संचार की समुद्री लाइनों की निगरानी के लिए डिजाइन किया गया है. इसका का वजन 2200 टन है. जबकि इसकी लंबाई 105 मीटर है. इसकी अधिकतम रफ्तार 46 किलोमीटर प्रति घंटे है. इस जहाज को चलाने के लिए 8 ऑफिसर्स और 108 नौसैनिकों की जरूरत पड़ती है. आईएनएस सुमेधा सरयू क्लास का तीसरा जहाजा है. इसके अलावा सरयू क्लास में आईएनएस सुनयना और आईएनएस सुमित्रा शामिल हैं.

क्या है आईएनएस सुमेधा की ताकत-
आईएनएस सुमेधा अत्यधिक शक्तिशाली युद्धपोत है. आईएनएस सुमेधा आधुनिक हथियार और सेंसर पैकेज से लैस है. इसमें 76एमएम की सुपर रैपिड गन माउंट के अलावा क्लोज इन वेपन सिस्टम भी लगा है. ये युद्धपोत एक हेलिकॉप्टर ले जा सकता है और लंबे समय तक परिचालन कर सकता है. इसकी बेहतरीन ताकत भारत की पोत निर्माण उद्योग की क्षमता का परिचय देती है. इस जहाज का इस्तेमाल समुद्री सीमाओं की निगरानी के अलावा फ्लीट सपोर्ट ऑपरेशन के लिए भी किया जा सकता है.

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