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आज की Young Generation एक दिन में कितने घंटे बिताती है इंटरनेट पर? पढ़िए रिपोर्ट 

भारत में पिछले पांच साल में मोबाइल ब्रॉडबैंड यूज़र की संख्या 34 करोड़ 50 लाख से बढ़कर 76 करोड़ 50 लाख हो गई है. औसत मोबाइल डेटा खपत की बात करें तो ये हर महीने 17GB तक पहुंच गई है. इसके साथ साल 2021 में मोबाइल ब्रॉडबैंड डेटा का यूज काफी बढ़ा है.

 भारत में ब्रॉडबैंड यूज़र्स की बढ़ रही है संख्या भारत में ब्रॉडबैंड यूज़र्स की बढ़ रही है संख्या
हाइलाइट्स
  • 10 से 25 तक की उम्र वाले हर दिन औसत 8 घंटे आते हैं ऑनलाइन

  • 2021 में 4 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर जोड़े गए हैं

ये कोई नहीं जानता है कि आखिर आज की जनरेशन अपनी हेल्थ पर कितना इन्वेस्ट करती है…. लेकिन इतना जरूर जानते हैं कि 1 भारतीय यूज़र महीने में  लगभग 17GB डेटा की खपत करता है और 20 से 25 साल  उम्र वाले हर दिन करीब 8 घंटे ऑनलाइन बिताते हैं. सोमवार को रिलीज़ हुई मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स (MBiT) 2022 की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है.

मोबाइल ब्रॉडबैंड इंडेक्स (MBiT) 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में पिछले पांच साल में मोबाइल ब्रॉडबैंड यूज़र की संख्या 34 करोड़ 50 लाख से बढ़कर 76 करोड़ 50 लाख हो गई है. औसत मोबाइल डेटा खपत की बात करें तो ये हर महीने 17GB तक पहुंच गई है. इसके साथ साल 2021 में मोबाइल ब्रॉडबैंड डेटा का यूज काफी बढ़ा है.  4 जी मोबाइल डेटा की बात करें तो इसमें 31 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

रिपोर्ट में आगे बताया गया कि 2021 में 4 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर जोड़े गए हैं या 4जी सर्विसेज में अपग्रेड किए गए हैं. 

10 से 25 तक की उम्र वाले हर दिन औसत 8 घंटे आते हैं ऑनलाइन 

रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 से 25 साल तक की उम्र वाले लोग, जिन्हें सोशल मीडिया  की भाषा में  Gen z भी कहा जाता है अपने 24 घंटे में से औसत 8 घंटे ऑनलाइन बिताते हैं. भारत में 90 प्रतिशत इंटरनेट यूज़र अपनी लोकल भाषा में कंटेंट पढ़ना या सुनना पसंद करते हैं. 
गौरतलब है कि पिछले पांच साल में भारत दुनिया में सबसे ज्यादा डेटा उपयोग करने वाले देशों में से एक बन गया है.

5G करेगी डिजिटल डिवीजन को कम 

नोकिया में एसवीपी और इंडिया मार्केट के हेड संजय मलिक कहते हैं, "4G ने भारत के मोबाइल ब्रॉडबैंड इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने में एक जरूरी भूमिका निभाई है. अब, आने वाला 5G स्पेक्ट्रम ऑक्शन और इस साल के आखिर में सर्विसेज के कमर्शियल लॉन्च से भारत में जो डिजिटल डिवीजन है, उसे कम करने में मदद मिलेगी.”