पहली बार दिग्गज टेक कंपनी, गूगल ने किसी अस्थायी शहर (Temporary City) को गूगल मैप्स के साथ इंटीग्रेट किया है. जी हां, महाकुंभ मेले के टेम्पररी शहर को गूगल मैप्स पर इंटीग्रेट किया गया है ताकि मेले में आने वाले भक्तजन आसानी से नेविगेशन कर सकें. इसके लिए गूगल और महाकुंभ समिति के बीच एक MoU साइन किया गया है.
इस एग्रीमेंट के तहत, गूगल महाकुंभ के लिए एक विशेष नेविगेशन सिस्टम तैयार करेगा जिससे यहां मौजूद अलग-अलग एरिया जैसे अखाड़े, या प्रमुख संतों के खेमे आदि तक लोग मैप्स देखकर पहुंच सकेंगे. यह इनोवेटिव नेविगेशन फीचर नवंबर के अंत या दिसंबर की शुरुआत तक लॉन्च कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि सनातन धर्म में महाकुंभ मेला सबसे बड़े आयोजनों में से एक है. महाकुंभ न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में फेमस है.
गूगल नेविगेशन से होगी आसानी
आसान भाषा में बात करें तो नेविगेशन का मतलब है किसी डेस्टिनेशन पर पहुंचने के लिए डिटेल में डायरेक्शन बताना. पहले के जमाने में लोग अक्सर दूसरे लोगों से पूछकर या कागज के नक्शों का इस्तेमाल करके अपनी मंजिल तक पहुंचते थे और आज के डिजिटल जमाने में गूगल मैप्स जैसी मोबाइल एप्लिकेशन हमारी मदद करती हैं. गूगल के नेविगेशन सिस्टम से हमें पूरा मैप मिलता है कि हमे कब और कहां मुड़ना है, किस डायरेक्शन में जाना है आदि.
गूगल के नेविगेशन का इस्तेमाल दुनियाभर में किया जाता है. और अब एक टेम्पररी शहर को पहली बार नेविगेशन सिस्टम में शामिल किया जा रहा है. इससे महाकुंभ के टेम्पररी शहर की सड़कों, धार्मिक स्थलों, घाट, अखाड़ा और प्रमुख संतों के बारे में जानकारी मिलेगी. दुनियाभर में और भी जगह इस तरह के इवेंट होते हैं जहां लाखों की संख्या में भीड़ जुटती है लेकिन गूगल कभी इस तरह से खास नेविगेशन सिस्टम नहीं देता है. लेकिन अब पहली बार गूगल ऐसा करने जा रहा है.
45 करोड़ भक्तजन करेंगे महाकुंभ स्नान
बताया जा रहा है कि गूगल ने महाकुंभ मेले के एरिया को नेविगेशन एप में शामिल करने के लिए पहली बार अपनी पॉलिसी में बदलाव किया है. महाकुंभ में 45 करोड़ घरेलू और अंतरराष्ट्रीय भक्तों के आने का अंदाजा लगाया जा रहा है. इस आयोजन के महत्व को देखते हुए गूगल और मेला समिति के बीच यह एग्रीमेंट किया गया है. महाकुंभ में आने वाले लोगों को इस तकनीक सेअच्छी मदद मिलने की उम्मीद है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल के महत्व पर जोर दिया है.
अगर आप महाकुंभ जा रहे हैं तो यहां पर संगम घाट पहुंचने से लेकर किसी खास अखाड़े या मंदिर तक जाने के लिए आप गूगल के नेविगेशन यानी मैप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. आपको किसी और से डायरेक्शन पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी.