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आसानी से आप तक पहुंच सकते हैं हैकर्स! Microsoft Edge ब्राउजर यूजर्स रखें इन बातों का ख्याल… सरकार ने दी ये जरूरी सलाह

अगर आप Edge का ऐसा वर्जन उपयोग कर रहे हैं जो 128.0.2739.42 से पुराना है, तो ये सूचना आपके लिए है. अपने डिवाइस को संभावित हमलों से बचाने के लिए इसे तुरंत अपडेट करना बेहद जरूरी है. 

Cyber Security (Representative Image) Cyber Security (Representative Image)
हाइलाइट्स
  • सरकार ने दी बचने की सलाह

  • काफी तकनीकी है मुद्दा

इंटरनेट ब्राउजर और उससे जुड़े खतरे आए दिन बढ़ते जा रहे हैं. अब इसी को लेकर भारत सरकार ने चेतावनी दी है. Microsoft Edge वेब ब्राउजर के यूजर्स के लिए ये चेतावनी जारी की गई है. CERT-In ने 27 अगस्त को इसे जारी किया है. 

चेतावनी किस बारे में है?
दरअसल, CERT-In (इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम) भारत की साइबर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार एक सरकारी एजेंसी है. अब इसने Microsoft Edge ब्राउजर, विशेष रूप से क्रोमियम पर आधारित वर्जन की खामियों को लेकर डिटेल्स दी हैं. उनकी रिपोर्ट के अनुसार, इन खामियों की वजह से कहीं न कहीं हैकर्स आप तक पहुंच सकते हैं. 

इसमें कई नकली वेबसाइट मौजूद हैं. और अगर आप इन नकली वेबसाइटों में से किसी एक पर जाते हैं, तो आपके डिवाइस को हैक किए जाने का खतरा हो सकता है. इससे आपका डेटा चोरी हो सकता है. इतना ही नहीं बल्कि आपके पूरे डिवाइस का कंट्रोल भी आपसे जा सकता है.

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काफी तकनीकी है मुद्दा
CERT-In ने कई खामियों की पहचान की है. इसमें कई कमजोरियां शामिल हैं: 

-पासवर्ड और ऑटोफिल: इसकी मदद से हम अपने पासवर्ड्स को सेव कर देते हैं और वे ऑटोमैटिक रूप से फिल हो जाती हैं. इनकी वजह से हमलावर इस डेटा में हेरफेर कर सकते हैं. 

-V8 जावास्क्रिप्ट इंजन: ब्राउजर में जावास्क्रिप्ट कोड चलाने के लिए V8 जावास्क्रिप्ट इंजन का उपयोग किया जाता है. 

-परमिशन एंड व्यू: ये ऐसी सुविधाएं हैं जो कंट्रोल करती हैं कि कौन सी वेबसाइटें आपकी लोकेशन और कैमरा एक्सेस कर सकती हैं. 

-वेबऐप इंस्टॉल और एक्सटेंशन: इनका उद्देश्य आपके ब्राउजर में अलग से सुविधाएं जोड़ना है. 

-स्किया (ग्राफिक्स इंजन): यह इंजन ब्राउजर में टेक्स्ट और ग्राफिक्स को रेंडर करने के काम आता है. 

-PDFium (PDF व्यूअर): यह वह इंजन है जिसका उपयोग Edge में PDF देखने के लिए किया जाता है. 

कौन प्रभावित है?
इससे वो यूजर्स प्रभावित हो सकते हैं जिनके डिवाइस पर Microsoft Edge इंस्टॉल है. विशेष रूप से, यह 128.0.2739.42 वर्जन से पहले वाले ब्राउजर को टारगेट करता है. अगर आपका ब्राउजर अपडेटेड है, तो आप सुरक्षित हैं. Microsoft ने इन समस्याओं को ठीक करने के लिए पहले ही एक पैच जारी कर दिया है. हालांकि, अगर आपने अभी तक अपना ब्राउजर अपडेट नहीं किया है, तो आपको इससे खतरा हो सकता है.

आपको क्या करना चाहिए?
अच्छी खबर यह है कि आप इससे बच सकते हैं. अगर आप Microsoft Edge का उपयोग कर रहे हैं, तो अपने डिवाइस को संभावित हमलों से बचाने के लिए अपने ब्राउजर को नए वर्जन में अपडेट करना जरूरी है.

1. Microsoft Edge खोलें: अपने डिवाइस पर Edge ब्राउजर लॉन्च करें. 

2. हेल्प और फीडबैक पर जाएं: ब्राउजर विंडो के ऊपरी दाएं कोने में तीन बिंदुओं पर क्लिक करें, इसमें आपके सामने मेनू खुल जाएगा. वहां से, "हेल्प एंड फीडबैक" पर जाएं. 

3. अपडेट की जांच करें: ड्रॉपडाउन मेनू से "Microsoft Edge के बारे में" चुनें. अब आपका ब्राउजर ऑटोमैटिक रूप से अपडेट की जांच करेगा और अगर यह पहले से इंस्टॉल नहीं है, तो नए वर्जन में इंस्टॉल कर देगा.