नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन लेना महंगा हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि नेटफ्लिक्स का भारत के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले इसका लुत्फ नहीं उठा सकते हैं. PTI के एक रिपोर्ट के PayNearby के संस्थापक एमडी और सीईओ आनंद कुमार बजाज ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में कहा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट डेटा की खपत एक समान है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सोचिए अगर नेटफ्लिक्स पर एक फिल्म को 10 रुपये में बेचना शुरू कर दिया जाए तो उनके सर्वर क्रैश हो जाएंगे. 10 रुपये में नेटफ्लिक्स पर फिल्म दिखाने को लेकर हमारी तरफ से नेटफ्लिक्स से बातचीत चल रही है. वहीं इस बड़े पैमाने के सेगमेंट का नाम भारत रखा गया है.
ग्रामीण इलाकों में ओटीटी प्लेटफार्म के सब्सक्रिप्शन जीरो परसेंटेज
इसके साथ ही बजाज ने PTI को दिए अपने इंटरव्यू में बीसीजी के डेटा का हवाला देते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में फ्री ओटीटी कंटेंट प्लेटफार्मों के लिए इंटरनेट डेटा की खपत 39 प्रतिशत है, जबकि ओटीटी प्लेटफार्म के सब्सक्रिप्शन का प्रतिशत शून्य है. वहीं उन्होंने बताया कि मैं इसे अगले पांच सालों में बदलना चाहता हूं. इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में ओटीटी सब्सक्रिप्शन के परसेंटेज को 20 फीसदी तक बढ़ाना है. डिजिटाइज्ड सेगमेंट में बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, शॉपिंग जैसी सभी प्रकार की सुविधाएं और सेवाएं हैं. सभी बड़ी तकनीक उन्हें केवल कैशबैक देने के अलावा अन्य सेवाएं दे रही हैं.
ग्रामीण इलाकों के लोगों का होगा लाभ
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हम इस भारत सेगमेंट को देश में एकीकृत करना चाहते है. वहीं इसे डिजिटलीकरण के साथ तेजी से पूरा किया जा सकता है. अगर नेटफ्लिक्स पर ये सुविधा शुरू हो जाती है तो लोग अपनी पसंदीदा फिल्म या सीरीज देखने के लिए महीने भर का सब्सक्रिप्शन नहीं लेना पड़ेगा. इसके साथ ही जिन्हें कम पैसे में भी लोग नेटफ्लिक्स का आनंद ले सकेंगे. इतना ही ग्रामीण इलाकों में जो लोग महंगे नेटफ्लिक्स सब्सक्रिप्शन के चलते इसका लुत्फ नहीं उठा पा रहे थे, वह भी इसका आनंद ले सकेंगे.