
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन और उनकी पार्टनर ओलिवर मुल्हेरिन का पहला बच्चा फरवरी 2025 में जन्मा. हालांकि, यह बात प्राइवेट थी, लेकिन हाल ही में सैम ने सोशल मीडिया पर एक पैरेंटिंग टिप शेयर की—उन्होंने क्रेडलवाइज नामक एक स्मार्ट क्रिब (पालना) की तारीफ की. उनका यह सपोर्ट अब बड़ी चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि क्रेडलवाइज भारतीय ओरिजिन की कंपनी है.
सैम ने अपने X अकाउंट पर लाखों फॉलोअर्स के साथ यह पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने क्रेडलवाइज को नए माता-पिता के लिए एक जरूरी उत्पाद बताया और इसके यूज की तारीफ की, जो दूसरे कई बेबी प्रोडक्ट्स से इसे अलग बनाती है. सैम ऑल्टमैन एआई और टेक्नोलॉजी के सेक्टर में बड़ा नाम हैं और इसलिए उनकी यह तारीफ बहुत मायने रखती है.
ऑल्टमैन से तारीफ मिलने पर क्रेडलवाइज की फाउंडर राधिका पाटिल ने X पर अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया.
क्रेडलवाइज स्मार्ट पालने के फीचर्स
अब सवाल है कि क्रेडलवाइज स्मार्ट पालने में ऐसा क्या है जो इसे दूसरे पारंपरिक पालनों से अलग बनाता है. इसमें कई खासियत हैं, जो माता-पिता और बच्चों दोनों की मदद करती हैं.
इसके अलावा, क्रेडलवाइज का एक पालना ऐसा भी है जिसे आप बच्चे की उम्र के हिसाब से कन्वर्ट कर सकते हैं. इसे बच्चे के दो साल तक का होने तक कन्वर्ट किया जा सकता है. इन फीचर्स के कारण क्रेडलवाइज को पारंपरिक पालने से अलग माना जाता है, और इसने टेक और पैरेंटिंग दोनों ही सर्कल्स में पहचान बनाई है.
कैसे शुरू हुआ क्रेडलवाइज
क्रेडलवाइज एक स्मार्ट बेबी क्रिब स्टार्टअप है, जिसे 2016 में राधिका पाटिल और भरत पाटिल ने शुरू किया था. इसे बंगलुरु में शुरू किया गया था, और इसका उद्देश्य बच्चों की नींद को बेहतर बनाना है. क्रिब में स्मार्ट तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो बच्चे की नींद और बेचैनी को पहचानती है. यह कंपनी अपने प्रोडक्ट को एक तकनीकी समाधान के रूप में पेश करती है, जो नए माता-पिता की परेशानियों को हल करता है. क्रेडलवाइज वर्तमान में भारत और अमेरिका दोनों देशों में ऑपरेशनल है, और इसका मुख्य बाजार अमेरिका है. अमेरिका में इसके स्मार्ट पालने की कीमत लगभग 1.5 लाख रुपये है.
क्रेडलवाइज का प्रोटोटाइप पहले बेंगलुरु में विकसित किया गया था. राधिका पाटिल भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) से इलेक्ट्रॉनिक डिजाइन में ग्रेजुएट हैं. उन्होंने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत अपनी बेटी अनुष्का के जन्म के बाद की थी. उन्होंने बच्चों की अनियमित नींद को देखा और इस समस्या का समाधान खोजने पर फोकस किया. कोविड-19 महामारी के दौरान, यह कपल अपने दो छोटे बच्चों के साथ अमेरिका चला गया और वहां क्रेडलवाइज को अमेरिकी बाजार में पेश किया. राधिका अब कंपनी की CEO हैं और अमेरिका में रहती हैं. इस कंपनी को टेक-लवर और सेहत के प्रति जागरुक माता-पिता के बीच काफी पॉपुलैरिटी मिल रही है.