मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शनिवार को सोहना के सरमथला गांव में विकास रैली के दौरान कहा कि राज्य के सभी सरकारी अधिकारियों को स्मार्टवॉच पहनाई जाएगी, जो ऑफिस के दौरान उनके आवागमन को ट्रैक करेगी. साथ ही इससे उनकी उपस्थिति को चिह्नित करने में भी मदद मिलेगी.
स्मार्टवॉच से दर्ज होगी उपस्थिति
सराकारी संस्थानों में पहले उपस्थिति दर्ज करने के लिए बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता था, जिसे कोरोना की वजह से रोक दिया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इसके लिए जीपीएस स्मार्टवॉच का इस्तेमाल किया जाएगा. अपने भाषण के दौरान खट्टर ने कहा, "पहले सराकरी कर्मचारी हफ्ते में एक दिन ऑफिस जाकर सभी कार्य दिवसों की उपस्थिति पर टिक लगा दिया करते थे. इसे खत्म करने के लिए हम बॉयोमेट्रिक सिस्टम लाए. बॉयोमेट्रिक में व्यक्ति को अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए मशीन को छूकर इम्प्रेशन देना होता है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से हमने इसे बंद कर दिया क्योंकि ये वायरस फैला सकता था."
दूसरे के पहनने पर बंद हो जाएगी घड़ी
उन्होंने आगे कहा,"हमें पता है कि बायोमेट्रिक मशीनों में अधिकारी उंगलियों के निशान से छेड़छाड़ करके उपस्थिति दर्ज करते थे. स्मार्ट वॉच ऐसे लोगों पर नजर रखने में मदद करेगी और ये उसी को ट्रैक करेगी, जिसे वो वॉच दी गई है. अगर कोई दूसरा उसे पहनेगा तो घड़ी चलना बंद कर देगी. इस तरह से हम हरियाणा के सरकारी कर्मचारियों की आवाजाही पर नजर रख सकेंगे.''
सोहना की कुछ विकास योजनाएं
इस दौरान उन्होंने कई अहम घोषणाएं की. विकास योजनाओं पर चर्चा करते हुए, सीएम ने बताया कि ग्वाल पहाड़ी के 6.5 एकड़ क्षेत्र में एक खेल स्टेडियम तैयार किया जाएगा. इसके अलावा सोहना क्षेत्र में मजबूत रेल और सड़क नेटवर्क से विकास होगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास योजनाओं की मदद से विकास परियोजनाओं में तेजी लाई जा रही है. कोरोनोवायरस के प्रकोप के बाद सीएम ने सोहना क्षेत्र में लगभग 50 परियोजनाओं के लिए 125 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.