Google के पास अपने लाखों यूजर्स की महत्वपूर्ण जानकारी है. ऐसे में अब कंपनी अब अपने इनएक्टिव अकाउंट पॉलिसी को अपडेट कर रही है. उसी कड़ी में, Google ने अब कहा है कि वह उन अकाउंट को डिलीट करने वाली है जो दो साल या उससे अधिक समय से निष्क्रिय या इनएक्टिव हैं. अपने ब्लॉग पोस्ट में इसकी घोषणा करते हुए Google ने कहा कि यह सिक्योरिटी नियमों को मजबूत करने और अपने यूजर्स के सामने आने वाले रिस्क को कम करने के लिए किया जा रहा है. बता दें, 2020 में, Google ने कहा था कि वह इनएक्टिव अकाउंट में जो भी कंटेंट होगा उसे हटा देगा, लेकिन अकाउंट को डिलीट नहीं करेगा, लेकिन अब इन नियमों में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं.
Google क्यों हटा रहा है इनएक्टिव अकाउंट को
गूगल ने अपने ब्लॉग में इसका कारण बताते हुए कहा, "हमारे इंटरनल एनालिसिस से पता चलता है कि इनएक्टिव अकाउंट की वजह से गूगल पर बोझ पड़ता है. एक्टिव अकाउंट के 2-स्टेप वेरिफिकेशन में परेशानी आती है. इनएक्टिव अकाउंट अक्सर असुरक्षित होते हैं, और एक बार अकाउंट से छेड़छाड़ होने के बाद, इसका उपयोग पहचान की चोरी से लेकर किसी भी चीज के लिए किया जा सकता है. जैसे दुर्भावनापूर्ण कंटेंट के लिए एक वेक्टर, जैसे स्पैम आदि किया जा सकता है.”
गूगल अकाउंट के साथ क्या-क्या डिलीट करेगा?
Google अकाउंट और उसके कंटेंट को हटा देगा - जिसमें Google वर्कस्पेस, जीमेल, डॉक्स, ड्राइव, मीट, कैलेंडर, यूट्यूब और गूगल फोटो शामिल हैं. हालांकि, ये पॉलिसी केवल पर्सनल गूगल अकाउंट पर ही लागू होगी. कंपनी के अनुसार, यह स्कूलों और बिजनेस जैसे संगठनों के अकाउंट को प्रभावित नहीं करेगी.
यूजर्स को डिलीट होने वाले अकाउंट्स के बारे में कैसे पता चलेगा?
Google का कहना है कि यह एक चरणबद्ध तरीका अपनाएगा, जो उन अकाउंट से शुरू होगा जो बनाए गए थे और फिर कभी उपयोग नहीं किए गए. ब्लॉग पोस्ट में गूगल ने इसकी जानकारी देते हुए लिखा, "अकाउंट हटाने से पहले, हम अकाउंट के ईमेल एड्रेस और रिकवरी ईमेल दोनों को हटाने के लिए आने वाले महीनों में जानकारी दी जाएगी.”