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Solar powered food processing machine: किसान की बनाई फूड प्रोसेसिंग मशीन से बदली महिला की जिंदगी, 80 तरह के प्रोडक्ट्स बनाकर कमा रही हैं लाखों

हिमाचल प्रदेश की इस महिला के बिजनेस को Solar powered food processing machine ने दी नई उड़ान. पिछले चार सालों में बढ़ा बिजनेस का स्तर.

Success story of Narinder Pal Kaur Success story of Narinder Pal Kaur

हिमाचल प्रदेश में सिरमौर के पौंटा साहिब की रहने वाली नरिंदर पाल कौर पिछले कई सालों से अपने घर से फूड प्रोसेसिंग का बिजनेस कर रही हैं. वह अपने प्रोडक्ट्स को Nini Self Help Group के तहत बनाकर मार्केट करती हैं. नरिंदर कई सालों से यह काम कर रही थीं लेकिन पिछले चार सालों में उनका काम बहुत ज्यादा आगे बढ़ा है और इसका कारण है एक किसान की बनाई इनोवेटिव मशीन. 

यह मशीन है मल्टी-पर्पज फूड प्रोसेसर, जिसे हरियाणा के रहने वाले किसान और इनोवेटर धर्मबीर कंबोज ने बनाया है. धर्मबीर की यह मशीन विश्व-प्रसिद्ध है. अपने इस बेहतरीन आविष्कार के लिए धर्मबीर को कई बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. इस मशीन की खासियत यह है कि इसे हाइब्रिड मोड में इस्तेमाल किया जा सकता है. जी हां, यह मशीन बिजली और सोलर एनर्जी, दोनों से चलती है और छोटे किसानों, उद्यमियों के लिए बहुत कारगर है. 

आज 'सूरज से स्वावलंबन' सीरिज में हम आपको बता रहे हैं सोलर से चलने वाले मल्टी-पर्पज फूड प्रोसेसिंग मशीन के बारे में और कैसे इसने नरिंदर पाल को बिजनेसवुमन बना दिया है. 

Multi-Purpose Food Processing मशीन की खासियत
GNT Digital से बात करते हुए धर्मबीर कंबोज ने बताया कि इस मशीन की सबसे बड़ी खासियत है कि यह एक पोर्टेबल मशीन है जो विभिन्न हर्बल पौधों और फलों को प्रोसेस करने में सक्षम है. यह तापमान नियंत्रण और ऑटो कट-ऑफ सुविधा के साथ बड़े प्रेशर कुकर के रूप में भी काम करती है. इसमें कंडन्शेसन मैकेनिज्म भी है जो फूलों और औषधीय पौधों से अर्क निकालने में मदद करता है. यह मशीन सिंगल फेज मोटर के साथ काम करती है और विभिन्न फलों, जड़ी-बूटियों और बीजों की प्रोसेसिंग में उपयोगी है. 

Dharambir with his machine

इस मशीन को सोलर एनर्जी का उपयोग करके भी चलाया जा सकता है. मशीन को चलाना बहुत ही आसान है और यह पोर्टेबल है तो इसे कहीं भी ले जाना बहुत आसान है. इस मशीन से कोई भी ऐलो वेरा, गुलाब, जामुन, तुलसी, अमरूद, आम, संतरा जैसे कई तरह के फलों और अन्य औषधीय फसलों को प्रोसेस करके इनके जैल, जूस, अर्क जैसे उत्पाद बना सकता है. 

चार साल पहले नीनी ग्रुप ने ली मशीन 
नरिंदर पाल कौर ने GNT Digital को बताया कि वह बहुत पहले से फूड प्रोसेसिंग से जुड़ी हुई हैं. हालांकि, सही उपकरणों के अभाव में उनका काम बहुत सीमित था. एक बार एक कृषि मेले में उनकी मुलाकात धर्मबीर कंबोज से हुई और उन्हें इस मशीन के बारे में पता चला. साल 2020 में उन्होंने यह मशीन ली और इससे काम करना शुरू किया. नरिंदर पाल ने बताया कि साल 2020 में कोरोना के कारण काम काफी ज्यादा प्रभावित भी हुआ था. 

Narinder Pal Kaur

लेकिन इस मशीन के आने से उनकी जिंदगी बदल गई. उनका बहुत काम आसान हो गया. आज वह इस मशीन की मदद से लगभग 80 तरह के प्रोडक्ट्स बना रही हैं जिनमें हर्बल हेयर ऑइल, साबुन, शैंपू के अलावा कई तरह के जूस, अर्क, स्क्वाश, अचार, जैम आदि शामिल है. वह कई तरह की कैंडी भी बना रही हैं. 

कई महिलाओं को दिया रोजगार 
अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग के लिए नरिंदर पाल कौर अलग-अलग हाट, कृषि मेले और जैविक मेलों में भी जाती हैं. धीरे-धीरे उनका काम बढ़ा और उन्होंने बहुत सी महिलाओं को काम देना शुरू किया. नरिंदर बताती हैं कि वह सात-आठ महिलाओं को रोजगार दे रही हैं. इन महिलाओं की भी कुछ घंटे काम करके अच्छी कमाई हो रही है. अपने फूड प्रोसेसिंग के बिजनेस से नरिंदर पाल का सालाना टर्नओवर अब लाखों में है. 

नरिंदर पाल का कहना है कि धर्मबीर की मशीन ने उनके बिजनेस के लेवल को बढ़ा दिया है और यह ऐसी मशीन है जिससे कोई भी किसान और महिला उद्यमी बन सकते हैं. धर्मबीर कंबोज को अपनी मशीन को आगे बढ़ाने के लिए CEEW और Villgro की पहल- Powering Livelihoods के तहत मदद मिल रही है. इस प्रोग्राम के तहत उनकी मशीन किसानों और महिलाओं को कम से कम दाम पर उपलब्ध कराई जा रही है ताकि उनकी कमाई बढ़ सके.