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Delhi Metro में यात्रा होगी और भी आसान! जारी होने जा रहा है Virtual Smart Card, जानें कैसे करेगा काम 

दिल्ली मेट्रो वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम की शुरुआत करने वाला है. वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम अभी ट्रायल मोड में है. इसके आ जाने से यात्रा कैशलेस, सुविधाजनक और पर्यावरण-अनुकूल हो जाएगी.

Delhi Metro Travel Ticket Updates Delhi Metro Travel Ticket Updates
हाइलाइट्स
  • मेट्रो कार्ड की नहीं होगी जरूरत

  • वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम होगा जारी

मेट्रो में अब ट्रेवल करना अब और भी सुविधाजनक होने वाला है. जल्द ही, मेट्रो के लिए नया वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम आने वाला है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) आने वाले हफ्तों में अपने मोबाइल ऐप मोमेंटम 2.0 पर इस सुविधा को शुरू करने की तैयारी में है. इस नए सिस्टम से यात्रियों को नकदी या फिजिकल स्मार्ट कार्ड की जरूरत नहीं होगी. 

वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम क्या है?
वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम मौजूदा टिकटिंग प्रोसेस का अपग्रेड है. वर्तमान में, यात्री अकेले यात्रा के लिए मोमेंटम 2.0 ऐप पर मौजूद क्यूआर कोड का उपयोग करते हैं. ये कोड केवल एक यात्रा के लिए मान्य होता है, यात्रियों को हर यात्रा के लिए एक नया क्यूआर कोड लेना होता है. वर्चुअल स्मार्ट कार्ड की शुरुआत के साथ, यात्री कई यात्राओं के लिए एक ही क्यूआर कोड का उपयोग कर सकेंगे, जिससे यात्रा और भी आसान हो जाएगी. 

यह कैसे काम करता है?
नया फीचर मोमेंटम 2.0 ऐप का हिस्सा होगा, जो पहले से ही डाउनलोड के लिए उपलब्ध है. 

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1. वर्चुअल स्मार्ट वॉलेट: फिजिकल कार्ड ले जाने के बजाय, यात्री ऐप में मौजूद वर्चुअल स्मार्ट वॉलेट का उपयोग कर सकेंगे. इस वॉलेट में क्रेडिट पहले से लोड होगा जिसका उपयोग मेट्रो यात्रा के पेमेंट के लिए किया जा सकता है.

2. रिचार्ज ऑप्शन: यात्री सीधे ऐप से अपने वर्चुअल स्मार्ट वॉलेट में पैसे जोड़ सकते हैं. इससे टिकट खरीदने या फिजकल कार्ड रिचार्ज करने के लिए कस्टमर सर्विस काउंटर पर जाने या वेंडिंग मशीनों का उपयोग नहीं करना पड़ेगा.

3. कई यात्राएं: मौजूद समय में जो सिस्टम मौजूद है ये उससे अलग होगा. वर्चुअल स्मार्ट वॉलेट यूजर को एक ही क्यूआर कोड के साथ कई यात्राएं करने की अनुमति देगा. प्रत्येक यात्रा का किराया खुद वॉलेट बैलेंस से काट लिया जाएगा. 

4. पेमेंट के तरीके: ऐप वॉलेट को रिचार्ज करने के लिए अलग-अलग पेमेंट के तरीके होंगे, इससे यूजर के लिए अपना बैलेंस टॉप अप करना आसान हो जाएगा. 

5. बैकअप: मोबाइल चोरी या खराब होने की स्थिति में यूजर का बैलेंस सुरक्षित रहेगा. चूंकि क्यूआर कोड और बैलेंस ऐप के बैक-एंड पर स्टोर्ड होते हैं, यूजर एक नए डिवाइस के माध्यम से लॉग इन करके अपना बैलेंस देख सकते हैं. 

वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम से होगा फायदा 
वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम से यात्रियों को कई फायदे मिलेंगे. जैसे यात्रियों को स्मार्ट कार्ड या पैसे ले जाने की जरूरत नहीं होगी. ऐप पर सब मौजूद होगा. इसके अलावा, प्लास्टिक कार्ड और पेपर टिकटों की जरूरत खत्म हो जाएगी, जिससे बर्बादी कम होगी. 

वर्चुअल वॉलेट को रिचार्ज करना काफी आसान होगा. इसे ऐप के माध्यम से कभी भी रिचार्ज किया जा सकता है, जिससे वेंडिंग मशीनों या कस्टमर काउंटर पर नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही, सिस्टम का डिजाइन यह सुनिश्चित करता है कि भले ही मोबाइल फोन खो जाए या चोरी हो जाए, बैलेंस सुरक्षित रहे. यूजर किसी नए डिवाइस से अपने अकाउंट में लॉग इन करके इस बैलेंस को देख सकते हैं. 

अभी ट्रायल मोड में है नया सिस्टम 
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्चुअल स्मार्ट कार्ड सिस्टम अभी ट्रायल मोड में है. डीएमआरसी अधिकारी सिस्टम को दुरुस्त करने पर काम कर रहे हैं. यह सुविधा अगस्त के आखिर या सितंबर की शुरुआत में पेश होने की उम्मीद है.