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स्कैम कॉल्स को ध्यान में रखते हुए Truecaller ने लॉन्च किया AI assistance...कैसे करता है काम, किन भाषाओं में है उपलब्ध, जानिए

Truecaller ने भारत में एंड्रॉइड यूजर्स के लिए अपना एआई-आधारित ट्रूकॉलर असिस्टेंट पेश किया है. सितंबर 2022 में घोषित, इस अभूतपूर्व तकनीक ने शुरुआत में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया सहित कुछ चुनिंदा देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, अब भारत में इसका विस्तार किया गया है.

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भारत में घोटाले के बढ़ते मामलों के बीच, Truecaller ने हाल ही में लोगों को स्कैम कॉल से निपटने में मदद करने के लिए एक नया AI-पॉवर्ड फीचर पेश किया है. ट्रूकॉलर असिस्टेंट (Truecallers Assistant)को पेश करते हुए, कंपनी ने बताया कि यह नया फीचर कॉल को स्क्रीन करने और पहचानने के लिए मशीन लर्निंग और क्लाउड टेलीफोनी का लाभ उठाता है, जिससे यूजर्स को अनावश्यक या संभावित स्पैम कॉल से बचने के लिए कॉल करने वालों की पहचान करने में मदद मिलेगी.

Truecaller Assistant वर्तमान में Google Play पर Android यूजर्स के लिए उपलब्ध है. यह एक customizable, इंटरैक्टिव, डिजिटल रिसेप्शनिस्ट है जो यूजर्स की कॉल का स्वचालित रूप से उत्तर देता है और उन्हें अनवॉनटेड कॉल करने वालों से बचने में मदद करता है.

AI को ट्रांसफर हो जाएगी कॉल
ट्रूकॉलर ने आगे खुलासा किया कि नया एआई इनकमिंग कॉल का तुरंत जवाब दे सकता है और कॉल करने वाले के स्पीच का लाइव ट्रांस्क्रिप्शन प्रदान कर सकता है, जिससे यूजर्स को कॉल करने वाले की पहचान करने और कॉल के उद्देश्य को समझने में मदद मिलती है. इस जानकारी के आधार पर, यूजर्स यह तय कर सकते हैं कि कॉल उठाएं, अतिरिक्त जानकारी का अनुरोध करें, या बस इसे स्पैम में मार्क करें.

नए फीचर के बारे में बात करते हुए, ट्रूकॉलर के एमडी इंडिया ऋषित झुनझुनवाला ने कहा, "अब तक, ट्रूकॉलर आपको दिखाता था कि कौन कॉल कर रहा है, लेकिन अब आप ट्रूकॉलर असिस्टेंट को अपनी ओर से कॉलर के साथ बातचीत करने दे सकते हैं." उन्होंने आगे कहा, "लोगों को स्पैम और धोखाधड़ी वाले कॉलर्स से पूरी तरह बचने में मदद करने के लिए यह हमारे लिए एक बहुत ही रोमांचक अगला कदम है. हमने इसे पहले कुछ बाजारों में पेश किया है और हम भारत में ट्रूकॉलर फैंस के लिए इसे पेश करके वास्तव में खुश हैं."

कैसे करता है काम?
1. ट्रूकॉलर एआई असिस्टेंट आपके लिए आने वाली कॉल का उत्तर देकर और उसे ट्रांसक्रिप्ट करके कॉल स्क्रीनिंग को सरल बनाता है.
2. जैसे ही किसी यूजर को कॉल आती है तो या तो वे इसे अस्वीकार कर सकते हैं. वरना ये आपके डिजिटल असिस्टेंट को भेज दी जाएगी.
3. इसके बाद असिस्टेंट आपकी ओर से कॉल का जवाब देगा और कॉल करने वाले के मैसेज को ट्रांसक्रिप्ट करने के लिए voice-to-text टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगा.
4. कॉल करने वाले व्यक्ति द्वारा आपके असिस्टेंट का जवाब देने के बाद, यूजर्स स्क्रीन पर कॉल करने वाले की पहचान और कॉल का कारण देख पाएंगे.
5. इसके बाद, उपयोगकर्ता कॉल के बारे में अधिक जानकारी के लिए चैट विंडो खोल सकते हैं और एसिस्टेंट की ओर से प्रदान की गई जानकारी के आधार पर, यूजर्स यह तय कर सकते हैं कि कॉल को स्वीकार करना है या अस्वीकार करना है, या इसे स्पैम के रूप में भी चिह्नित करना है.

तीन भाषाओं को करता है सपोर्ट
कंपनी आगे बताती है कि नया ट्रूकॉलर असिस्टेंट वर्तमान में एंड्रॉइड यूजर्स के लिए 14 दिनों के फ्री ट्रायल के साथ उपलब्ध है. ट्रायल के बाद यूजर्स 149 रुपये प्रति माह से शुरू होने वाले ट्रूकॉलर प्रीमियम असिस्टेंट प्लान के हिस्से के रूप में असिस्टेंट को जोड़ सकते हैं. सीमित प्रमोशनल डील के तहत यह प्लान फिलहाल 99 रुपये में उपलब्ध है. ट्रूकॉलर असिस्टेंस शुरुआत में भारत में अंग्रेजी, हिंदी और 'हिंग्लिश' को सपोर्ट करेगा.