माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने कुछ सस्पेंडेड अकाउंट्स को रिस्टोर कर दिया है. साथ ही कंपनी आने वाले 30 दिनों में और भी कई सस्पेंडेड अकाउंट्स को बहाल करने का प्लान बना रही है. दरअसल हाल ही में एलन मस्क और ट्विटर के खिलाफ लिखने वाले कई पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट को भी हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. लेकिन अब उन सभी अकाउंट्स को बहाल कर दिया गया है.
री-स्टोर अकाउंट्स को पालन करना होगा नियम
सोशल मीडिया पर कदम रखते हुए, ट्विटर ने कहा कि उसने कई नीतियों की पहचान की थी जहां नियमों को तोड़ने के लिए स्थायी निलंबन एक "असंतुष्ट" कार्रवाई थी. ट्विटर ने आगे कहा कि, "री-स्टोर अकाउंट्स को अभी भी अपने नियमों का पालन करने की आवश्यकता है. स्थायी निलंबन गंभीर उल्लंघनों के लिए एक प्रवर्तन कार्रवाई बनी हुई है."
कई पत्रकारों के अकाउंट हुए थे सस्पेंड
ट्विटर ने इस हफ्ते की शुरुआत में वाशिंगटन पोस्ट, सीएनएन और न्यूयॉर्क टाइम्स सहित कई प्रमुख पत्रकारों के खातों को निलंबित कर दिया था, जो मस्क को कवर कर रहे थे, जिन्होंने आरोप लगाया था कि वे उनके परिवार को खतरे में डाल रहे हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, निलंबित खातों में द न्यूयॉर्क टाइम्स के रयान मैक, सीएनएन के डोनी ओ'सुल्लीवन, द वाशिंगटन पोस्ट के ड्रू हारवेल, मैशेबल के मैट बाइंडर, द इंटरसेप्ट के मीका ली, राजनीतिक पत्रकार कीथ ओलबरमैन शामिल हैं. इसके अलावा हारून Rupar और टोनी वेबस्टर दोनों स्वतंत्र पत्रकार के नाम भी शामिल हैं.
रीयल-टाइम स्थान जानकारी नहीं देनी है
एलोन मस्क ने पहले कहा था कि किसी भी व्यक्ति की रीयल-टाइम स्थान जानकारी डॉक्सिंग करने वाले किसी भी खाते को निलंबित कर दिया जाएगा, क्योंकि यह शारीरिक सुरक्षा उल्लंघन है. इसके अलावा, आधा दर्जन से अधिक पत्रकारों के माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर खातों को निलंबित करने के बाद ट्विटर के सीईओ ने भी अपने फैसले का बचाव किया.
पत्रकारों के अकाउंट्स को बैन करना है खतरनाक: UN
पत्रकारों के अकाउंट सस्पेंशन पर UN जनरल सेक्रेटरी के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा था, 'पत्रकारों के अकाउंट्स को बैन करना एक खतरनाक कदम है. इस मनमाने तरीके से पत्रकारों के अकाउंट्स बैन करने को लेकर UN के जनरल सेक्रेटरी चिंतित हैं. ट्विटर एक ऐसा मंच है, जहां पर दुनियाभर के पत्रकार अपने विचार स्वतंत्रता से रखते हैं.'