वर्तमान में यूनिसोक प्रोसेसर का इस्तेमाल कई स्मार्टफोन कंपनियां कर रही है. वहीं हाल ही में चीनी सेमीकंडक्टर फर्म यूनिसोक का मोबाइल प्रोसेसर के उत्पादन में तेजी आयी है. एक शोध में सामने आया है कि यह प्रोसेसर सुरक्षित नहीं है. इस शोध को चेक प्वाइंट रिसर्च ने किया है. उन्होंने बताया कि यूनिसोक चिप्स में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा भेद्यता होती है, जिससे फोन चलाने वाले उन्हें हैकिंग का खतरा होता है।
इस स्मार्टफोन में यूनिसोक प्रोसेसर
चेक प्वाइंट रिसर्च के शोध में कहा गया है कि यूनिसोक 4G और 5G चिप्स में मॉडेम फर्मवेयर में एक महत्वपूर्ण सुरक्षा में दोष है. जिसे CVE-2022-20210 लेबल किया गया है. इस चिप को जब उन्होंने मॉडेम फर्मवेयर में नॉन-एक्सेस स्ट्रैटम (एनएएस) संदेश संचालकों को स्कैन किया तो उन्हें इस कमी के बारे में पता चला. इस कमी का फायदा उठाकर हैकर्स आपके फोन को पूरी तरह से निष्क्रिय या भी उसे हैक कर सकते है. इसके साथ ही हैकर आपको मैलफोर्म भेजकर एक रेडिओ स्टेशन के जरिए आपके मॉडेम को रिसेट कर देगा। जिसके चलते आपकी संचार की संभावना वंचित हो जाएगी। Unisoc T700 चिपसेट मोटोरोला के Moto G20 के अंदर हुआ है.
कंपनी ने स्वीकारी अपनी गलती
चेक पॉइंट के रिसर्च ने कहा कि उन्होंने यूनिसोक की इस कमी को लेकर उन्होंने कंपनी को अवगत कराया. जिसे कंपनी ने स्वीकार भी किया है. इसको लेकर यूनिसोक की तरफ ने कहा गया कि इस कमी को दूर करने के लिए उन्होंने एक पैच तैयार किया है, लेकिन इसे सभी उपयोगकर्ताओं तक पहुंचने में समय लग सकता है.साथ ही कहा कि हम एक पैच लगाने की सलाह देते है. जो गूगल के द्वारा उनके आगामी एंड्रॉइड सुरक्षा बुलेटिंग में जारी किया जाएगा.