व्हाट्सएप ने हाल ही में अपने यूजर्स के लिए वीडियो कॉल के दौरान स्क्रीन शेयर करने का ऑपशन दिया है. अब एक नई ऑनलाइन रिपोर्ट से पता चलता है कि मेटा के स्वामित्व वाला प्लेटफॉर्म एक नई सुविधा शुरू कर रहा है जो यूजर्स को एआई स्टिकर बनाने और शेयर करने की अनुमति देगा.
WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप ने AI स्टिकर बनाने और शेयर करने के लिए फीचर को रोल आउट करना शुरू कर दिया है. यह सुविधा फिलहाल केवल एंड्रॉइड बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है और यह अपडेट वर्जन 2.23.17.8 के साथ आता है.
व्हाट्सएप का AI स्टिकर फीचर
रिपोर्ट से पता चलता है कि अपडेट इंस्टॉल करने के बाद, एंड्रॉइड बीटा टेस्टर को स्टिकर टैब के अंदर जाकर कीबोर्ड खोलने पर एक नया 'क्रिएट' बटन दिखाई देगा. इस विकल्प को चुनते ही, यूजर्स उस डिस्क्रिप्शन पर पहुंच जाएंगे जहां से स्टिकर को क्रिएट करना है. व्हाट्सएप पहले दर्ज किए गए विवरण से बनाए गए एआई स्टिकर का एक सेट पेश करेगा और यूजर्स वहां से आसानी से चुन सकते हैं कौन सा स्टिकर लेना है कौन सा नहीं.
आपको बता दें कि एआई की ओर से बनाए गए इन स्टिकर्स पर आपका हमेशा कंट्रोल रहेगा. यदि आपको लगता है कि कोई स्टिकर अनुचित या हानिकारक है, तो आप इसकी रिपोर्ट मेटा को कर सकते हैं. इसके अलावा, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह सुविधा ऑपशनल है और उन एआई स्टिकर को आसानी से पहचाना जा सकता है. इसका मतलब यह है कि रिसीवर स्टिकर्स में अंतर भी आराम से कर सकेंगे कि कौन सा एआई जेनरेटेड स्टीकर है और कौन सा नहीं." बता दें कि यह सुविधा अभी केवल बीटा टेस्टर्स के लिए उपलब्ध है. बाद में इसे अन्य यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया जाएगा.
पहले भी आ चुके हैं ये फीचर्स
लगभग कुछ महीनों तक चले व्यापक बीटा टेस्टिंग फेज के बाद, व्हाट्सएप ने आधिकारिक तौर पर अपने वैश्विक यूजर्स कम्यूनिटी के लिए स्क्रीन शेयरिंग सुविधा शुरू की. इस सुविधा की मदद से यूजर्स वीडियो कॉल के दौरान अपने फोन और पीसी स्क्रीन को दूसरों के साथ शेयर कर सकेंगे. हालांकि इस बात की ध्यान रखा गया है कि कुछ कंटेंट शेयर करने लायक नहीं होता है इसके लिए व्हाट्सएप ने यूजर्स की प्राइवेसी का पूरा-पूरा ध्यान रखा है. इसके अलावा, कंपनी द्वारा एक नया लैंडस्केप मोड भी इंटीग्रेट किया गया है. पारंपरिक पोर्ट्रेट मोड के विपरीत, लैंडस्केप मोड वीडियो कॉल इंटरफेस का व्यापक और अच्छा मोड दिया गया है. इस मोड को इनेबल करने से कॉल के दौरान यूजर्स का ओवरऑल वीडियो एक्सपीरियंस बेहतर होगा.