भारतीय मूल के लोग दुनियाभर में नाम रोशन कर रहे हैं. अब भारतीय मूल के ही वैभव तनेजा (Vaibhav Taneja) को टेस्ला (Tesla) का नया चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) बनाया गया है. टेस्ला यूएस-बेस्ड इलेक्ट्रिक कार कंपनी है, जिसके फाउंडर एलन मस्क हैं. सोमवार को ऑटोमेकर टेस्ला ने इस बात की जानकारी दी है. वैभव तनेजा से पहले कंपनी के जॅचरी किरखोर्न सीएफओ का पद संभाल रहे थे.
45 साल के वैभव तनेजा हैं नए सीएफओ
बताते चलें कि जॅचरी किरखोर्न 13 साल तक टेस्ला के साथ रहे. उनकी जगह 45 साल के वैभव तनेजा ने ली है. हालांकि, मूल रूप से भारत के रहने वाले वैभव तनेजा टेस्ला के लिए नए नहीं हैं. वह 2017 में कंपनी में शामिल हुए थे, जब टेस्ला ने सोलरसिटी नामक कंपनी खरीदी थी. 2019 से वह टेस्ला में टॉप अकाउंटिंग व्यक्ति रहे हैं. टेस्ला की भारतीय शाखा में भी उनकी बड़ी भूमिका है.
टेस्ला से पहले वैभव तनेजा कहां थे?
45 साल के वैभव तनेजा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स की पढ़ाई की. टेस्ला में शामिल होने से पहले, उन्होंने लगभग 17 साल तक प्राइसवाटरहाउसकूपर्स नामक एक बड़ी कंपनी के लिए काम किया था. उन्होंने टेक्नोलॉजी, रिटेल और कम्युनिकेशन के क्षेत्रों में काम किया है.
जॅचरी किरखोर्न ने क्यों छोड़ा अपना पद
दरअसल, पूर्व सीएफओ जॅचरी किरखोर्न काफी लंबे समय से टेस्ला के साथ जुड़े हुए हैं. उन्होंने लिंक्डइन पर अपने पोस्ट में भी अपने सफर का जिक्र किया है. उन्होंने टेस्ला में सभी को, विशेषकर इसके प्रमुख एलन मस्क को धन्यवाद दिया है. बता दें, टेस्ला और भी ज्यादा कारें बेचने की कोशिश कर रही है. ऐसा करने के लिए उन्होंने अपनी कार की कीमतें भी कम कर दी हैं. ऐसे में पैसे को मैनेज करने में वैभव तनेजा का काम अहम होगा.
कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॅचरी किरखोर्न इस साल के आखिर तक परिवर्तन में सहायता के लिए टेस्ला में काम करना जारी रखेंगे. इस बीच, टेस्ला की हाल ही में सामने आई तिमाही इनकम में पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में इसके शेयर प्राइस में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. टेस्ला का प्रॉफिट मार्जिन भी उम्मीद से बेहतर रहा. हालांकि, वाहनों की घटती कीमतों के कारण वे पिछले साल की तुलना में छोटे रहे.