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दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज हो रहा है नीलाम, कीमत जानकर रह जाएंगे हैरान

ये मैसेज ‘MERRY CHRISTMAS’ सिर्फ 14 अक्षर का है, जिसे दिसंबर 1992 में वोडाफोन के निदेशक को भेजा गया था. बर्कशायर में इंजीनियर नील पापवर्थ ने इसे रिचर्ड जार्विस के ऑर्बिटेल 901 हैंडसेट भेजा था. पापवर्थ (Neil Papworth) ने इस एसएमएस को बनाने में मदद की थी, वह केवल 22 साल के साथ थे जब उन्होंने कंप्यूटर से ये मैसेज भेजा था. लेकिन वोडाफोन कंपनी अब टेक्स्ट के वर्चुअल रेप्लिका को बेच रही है.

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हाइलाइट्स
  • वोडाफोन के निदेशक को भेजा गया था पहला मैसेज

  • ये मैसेज साल 1992 में भेजा गया था

आज हमारे पास व्हाट्सएप (Whatsapp), फेसबुक (Facebook), हाइक (Hike), टेलीग्राम (Telegram), मेल (Gmail) जैसे कई एप और माध्यम हैं, जिनसे हम अपने चाहने वालों को मैसेज भेज सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे पहला मैसेज क्या भेजा गया था या आज हम शायद उन टेक्स्ट मैसेज को भूल चुके हैं, जिनसे चैटिंग की शुरुआत हुई थी. दुनिया का अब तक का पहला टेक्स्ट मैसेज था ‘मेरी क्रिसमस’.  ये मैसेज साल 1992 में भेजा गया था. अब इस मैसेज की नीलामी होने जा रही है. लगभग 30 साल बाद इस मैसेज  की नीलामी 170,000 पाउंड यानि लगभग 1 करोड़ 71 लाख रुपये में होने की उम्मीद है. 

वोडाफोन के निदेशक को  भेजा गया था पहला मैसेज 

ये मैसेज ‘MERRY CHRISTMAS’ सिर्फ 14 अक्षर का है, जिसे दिसंबर 1992 में वोडाफोन के निदेशक को भेजा गया था. बर्कशायर में इंजीनियर नील पापवर्थ ने इसे रिचर्ड जार्विस के ऑर्बिटेल 901 हैंडसेट भेजा था. पापवर्थ (Neil Papworth) ने इस एसएमएस को बनाने में मदद की थी, वह केवल 22 साल के साथ थे जब उन्होंने कंप्यूटर से ये मैसेज भेजा था. लेकिन वोडाफोन कंपनी अब टेक्स्ट के वर्चुअल रेप्लिका को बेच रही है.

जो भी इस नीलामी में सबसे ज्यादा बोली लगाएगा उसे एक डिजिटल फाइल दी जाएगी, जिसमें सेन्डर और रिसीवर के बारे में जानकारी होगी जैसे कि उनका फोन नंबर और मैसेज और इसके विशेष अधिकार होंगे. 

टेक्नोलॉजी करती है जोड़ने का काम 

वोडाफोन के सीईओ हेंस एमेट्सरेइटर ने इसपर कहा, "हम दो सदियों की स्पिरिट को साथ ला कर दुनिया के पहले एसएमएस को अमर बनाने के लिए इसकी नीलामी कर रहे हैं. हमें विश्वास है कि जब टेक्नोलॉजी लोगों को जोड़ने का काम करती है तब ये दुनिया को बदल सकती है.” 

उन्होंने आगे बताया कि लगभग तीन दशक पहले इस मैसेज का प्रसारण मोबाइल टेक्नोलॉजी के इतिहास में एक निर्णायक क्षण था. 1999 में, वोडाफोन के माध्यम से पहला एसएमएस भेजे जाने के सात साल बाद, अंततः कई नेटवर्क पर टेक्स्ट मैसेज भेजना संभव हो पाया, जिससे उनके उपयोग और लोकप्रियता में तेजी आई.

वे कहते हैं, “आज क्रिसमस, हनुक्का और ईद की बधाई दुनिया भर के अरबों लोगों द्वारा टेक्स्ट, वीडियो, ऑडियो मैसेज और इमोजी के रूप में भेजी जाती है. आपको बता दें, फ्रांस में Aquttes Auction House में ये नीलामी की जाएगी.