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Xiaomi Layoff: शाओमी में 5,250 कर्मचारियों की नौकरी खतरे में, शुरू हुई छंटनी की प्रक्रिया

चीनी स्मार्टफोन निर्माता शाओमी ने अपने स्मार्टफोन और इंटरनेट सर्विसेज़ बिज़नेस की कई यूनिट में कर्मचारियों की छंटनी शुरू की है. इस वक्त अमेरिका, यूरोप सहित कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में उतार का दौर है और इसका असर मांग और नौकरियों पर दिखने लगा है.

Xiaomi Layoff Xiaomi Layoff
हाइलाइट्स
  • कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने का कारण कॉस्ट कटिंग है.

  • भारतीय से लेकर विदेशी कंपनियों तक, हर जगह कर्मचारियों को निकाला जा रहा है.

चीन की शाओमी कॉर्प ने अपने स्मार्टफोन और इंटरनेट सेवाओं के कारोबार की कई इकाइयों में कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है. इस छंटनी से कंपनी के 5,250 से अधिक (करीब 15%) कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं. बकौल रिपोर्ट, इस छंटनी में हाल में भर्ती हुए हज़ारों कर्मचारियों को निकाला जा सकता है.

दिसंबर में की थी बल्क हायरिंग

हांगकांग के अखबार ने प्रभावित कर्मचारियों और स्थानीय चीनी मीडिया द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट का हवाला देते हुए बताया, चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कर्मचारियों द्वारा शाओमी से निकाले जाने की बातें पोस्ट की गई हैं. 30 सितंबर तक Xiaomi में 35,314 कर्मचारी काम कर रहे थे. जिसमें से 32,000 से अधिक कर्माचारी केवल चीन के थे. पिछले साल दिसंबर में Xiaomi ने बल्क हायरिंग की थी.

Xiaomi के रेवेन्यू में आई गिरावट 

Xiaomi ने नवंबर में तीसरी तिमाही के रेवेन्यू में 9.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की थी. जो संभवत: चीन में लगे कोविड -19 प्रतिबंधों की वजह से आई थी.  Xiaomi का रेवेन्यू इस साल करीब 11 प्रतिशत गिर गया है. टेक कंपनियों में हुई छंटनी के कारण 2022 में 1.5 लाख से अधिक लोग पहले ही प्रभावित हो चुके हैं. छंटनी का ये दौर आगे भी जारी रहने की आशंका है. इस वक्त अमेरिका, यूरोप सहित कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में उतार का दौर है और इसका असर मांग और नौकरियों पर दिखने लगा है.

कई कंपनियों में हो रही छंटनी

इससे पहले ओयो ने भी अपने 600 कर्मचारियों को निकालने की बात कही थी. देश-विदेश में आईटी कंपनी (IT Company) के कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का दौर ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है. मंदी की आशंका के बीच केवल छोटी कंपनियां ही नहीं बल्कि मेटा, अल्फाबेट, ट्विटर जैसी बड़ी कंपनियों में भी Layoff जारी है. अमेजन और ट्विटर ने हायरिंग फ्रीज कर दी है. ज्यादातर कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने का कारण कॉस्ट कटिंग है.