कुछ दिन पहले एलन मस्क ने घोषणा की थी कि ट्विटर पर ब्लू बैज के लिए अब सभी को पैसे देने होंगे. साथ ही जिनके भी अकाउंट पर फ्री वेरिफाइड बैज होगा वो हट जाएगा. अब सभी ब्लू टिक वाले इस बात को लेकर चिंता में हैं कि उनके अकाउंट से वेरिफाइड बैज कब हटेगा? हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्विटर को ब्लू टिक हटाने में तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.
वर्तमान में इसे करने का केवल एक ही तरीका है और है मैनुअली. यानि अगर कोई खुद से अपना ब्लू टिक हटा दे केवल तभी इसे हटाया जा सकता है. अगर ब्लू टिक हटता है तो दुनियाभर के करीब 4.2 लाख पुराने अकाउंट से इसे हटाना पड़ेगा.
काफी मुश्किल है बड़े स्केल पर ब्लू बैज हटाना
द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, ब्लू टिक को हटाने की कई तकनीकी चुनौतियां हैं और वर्तमान में इसे करने का एकमात्र तरीका मैन्युअल ही है. रिपोर्ट के मानें तो पूर्व कर्मचारियों के अनुसार, "वेरिफाइड बैज को हटाना एक बड़े पैमाने पर मैन्युअल प्रोसेस है जो किसी एक सिस्टम को तोड़ने जैसा है. ये एक बड़े इंटरनल डेटाबेस - एक्सेल स्प्रेडशीट के जैसा होता है. जिसमें वेरिफिकेशन डेटा स्टोर किया जाता है. पहले बल्क स्केल पर बैज हटाने का कोई तरीका नहीं था. ये ठीक ऐसा है जैसे स्पैम वाले अकाउंट को चुनना हो. उदाहरण के लिए, पहले भी कर्मचारी एक-एक करके चेक मार्क करके इन अकाउंट को हटाते थे.”
ऐसा करने से ट्विटर के खराब होने का खतरा है
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्विटर के वेरिफिकेशन सिस्टम में भारी बदलाव से साइट के खराब होने का खतरा है. रिपोर्ट में कहा गया है, “इस तरह के बड़े पैमाने पर वेरिफाइड बैज को हटाने से ट्विटर की वेबसाइट पर सिस्टम करप्ट हो सकता है, जिसमें इसकी एल्गोरिदम, स्पैम फिल्टर और हेल्प सेंटर रिक्वेस्ट शामिल हैं."
इतना ही नहीं बल्कि कुछ ट्विटर यूजेस के मुताबिक, ब्लू टिक को हटाने के बजाय ट्विटर ने रविवार को प्रोफाइल में एक नया मैसेज भी जोड़ना शुरू किया जिसमें लिखा था, “यह अकाउंट वेरिफाइड है क्योंकि इसने ट्विटर ब्लू बैज की मेम्बरशिप ली है या ये एक लिगेसी वेरिफाइड अकाउंट है.” गौरतलब है कि एलन मस्क ने पहले ब्लू वेरिफिकेशन वाले सभी लीगेसी अकाउंट्स को हटाने के लिए 1 अप्रैल की डेडलाइन दी थी.