समझने वाली बात ये है कि डीपफेक तकनीक की मदद किसी भी आदमी की शक्ल और आवाज की कॉपी की जा सकती है. ये इतना परफेक्ट हो सकता है कि असली और नकली का फर्क पता नहीं चले. केरल की तरह ही एक स्कैम पहले चीन में किया गया. जहां स्कैमर ने मदद के नाम पर एक शख्स से करीब 5 करोड़ रुपए ट्रांसफर करवा लिए. वहां भी स्कैमर ने पुराने दोस्त का चेहरा लगाया. इसके लिए एआई के फेस स्वैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया. जो चीन में हुआ, जो अब केरल में हुआ, वो कहीं भी किसी के साथ हो सकता है. ज़्यादातर लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीपफेक तकनीक से अंजान है. इसलिए उनके साथ स्कैम आसान है.
In Kerala, a man has been duped of Rs 40,000 with the help of artificial technology. This type of fraud through mobile phones has already happened in America and China.