पुणे
महाराष्ट्र में मुंबई के अलावा कई और जगहों पर गणेश चतुर्थी धूमधाम से मनाई जाती है. इन शहरों में पुणे भी एक है. माना जाता है कि पेशवाओं के शासनकाल के दौरान यहां गणेश पूजा बड़े स्तर पर मनाई जाने लगी थी. पेशवा गणेशजी को अपना संरक्षक देवता मानते थे. क़स्बा गणपति, तुलसी बाग गणपति, गुरुजी तालीम, तांबडी जोगेश्वरी, और केसरीवाड़ा गणपति शहर की फेमस गणपति मूर्तियां हैं. एक और प्रसिद्ध मंडल दगडूशेठ हलवाई गणपति है. आप बस, ट्रेन या फ्लाइट के जरिए आसानी से पुणे पहुंचे सकते हैं. पुणे शहर देश के सभी बड़े शहरों से ट्रेन और फ्लाइट्स के जरिए जुड़ा है. (Photo: Unsplash)
हैदराबाद
गणेश चतुर्थी उत्सव देखने के लिए हैदराबाद भी पॉपुलर जगह है. हैदराबाद में गणपति नवरात्रि उत्सव विनायक चतुर्थी से शुरू होता है और अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश मूर्तियों के विसर्जन के साथ समाप्त होता है. हैदराबाद में 75,000 से अधिक गणेश पंडाल हैं. खैरताबाद, कमलानगर बालापुर, चैतन्यपुरी, दुर्गम चेरुवु, न्यू नागोले और ओल्ड सिटी (गोवलीपुरा) उन प्रसिद्ध स्थानों में से हैं जहां गणेशजी की मूर्तियां स्थापित की जाती हैं. हैदराबाद पहुंचने के लिए आप बस, ट्रेन या फ्लाइट का रूट ले सकते हैं. हैदराबाद शहर देश के सभी बड़े शहरों से ट्रेन और फ्लाइट्स के जरिए जुड़ा है. (Photo: PTI)
गोवा
गोवा सिर्फ नाइटलाइफ और बीच के लिए नहीं बल्कि गणेश उत्सव के लिए भी फेमस है. यहां बहुत से समुदाय और संघ गणेश उत्सव मनाने के लिए पंडालों में सजाते हैं. मापुसा में इस त्योहार का विशेष महत्व है, जहां गणेशपुरी और खंडोला में प्रसिद्ध मंदिर हैं. वहीं, मर्सोला उन गांवों में से एक है जहां यह त्योहार सबसे ज्यादा मनाया जाता है. गांव के कारीगर गणेश मूर्तियां बनाने में माहिर हैं. यहां लोग सुपारी, बेंत, नारियल और बांस की मूर्तियां बनाते हैं. गोवा जाने के लिए आप बस, ट्रेन या फ्लाइट का रूट ले सकते हैं. गोवा देश के सभी बड़े शहरों से ट्रेन और फ्लाइट्स के जरिए जुड़ा है. (Photo: PTI)
गणपतिपुले
गणपतिपुले महाराष्ट्र के कोंकण तट पर रत्नागिरी में एक छोटा सा शहर है. गणपतिपुले समुद्र तट पर स्थित स्वयंभू गणपति मंदिर 400 साल पुराना है और लोगों को आकर्षित करता है. यह मंदिर पुले या सफेद रेत पर बनी अपनी अनोखी गणेश प्रतिमा के लिए जाना जाता है. माना जाता है कि इसकी उत्पत्ति स्वयं ही हुई. अष्ट गणपति मंदिरों में से एक, इसे पश्चिम द्वार देवता के नाम से भी जाना जाता है. यह मूर्ति तांबे से बनी है और इसमें भगवान को शेर पर सवार दर्शाया गया है. गर्भगृह में रखी इस मूर्ति को सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूरज की किरणें रोशन करती हैं. गणेश उत्सव के लिए यह जगह काफी फेमस है. गणपतिपुले पहुंचने के लिए आपको पहले बस, ट्रेन या फ्लाइट से रत्नागिरी पहुंचना होगा और फिर यहां से आप सड़क मार्ग से गणपतिपुले जा सकते हैं. (Photo: Wikipedia)
कनिपकम
कनिपकम गांव आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है. यह स्थान वरसिद्धि विनायक मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसे कनिपकम मंदिर भी कहा जाता है. कहा जाता है कि यहां की विनायक मूर्ति समय के साथ आकार में बढ़ती जा रही है. इस मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में चोल राजा कुलोथुंगा चोल प्रथम ने करवाया था. इसका विस्तार 1336 में विजयनगर के राजाओं ने कराया था. मंदिर में गणेशजी की एक दुर्लभ स्वयंभू मूर्ति है. यहां वार्षिक उत्सव (ब्रह्मोत्सवम) 21 दिनों के लिए आयोजित किया जाता है, जो विनायक चतुर्थी के दिन से शुरू होता है. यहां पहुंचने के लिए आपको पहला बस या ट्रेन से चित्तुर शहर पहुंचना होगा और वहां से सड़क मार्ग से कनिपकम आ सकते हैं. यहां से सबसे निकटतम एयरपोर्ट तिरुपति इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. (Photo: Pinterest)