
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं. 30 अप्रैल से शुरू होने वाली इस पवित्र यात्रा के लिए राज्य के सात जिलों में मॉकड्रिल आयोजित की जा रही है. उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पौड़ी, टिहरी, और हरिद्वार में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की ओर से सरकार की तैयारियों को परखा जा रहा है. इस मॉकड्रिल का उद्देश्य यात्रा के दौरान आपदा और दुर्घटनाओं से निपटने के लिए किए गए इंतजामों और विभागों के रिस्पांस सिस्टम की जांच करना है.
मॉकड्रिल की तैयारी
मॉकड्रिल के माध्यम से उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भी सहयोग कर रहा है. इस मॉकड्रिल का मकसद यह है कि यात्रा के दौरान आपदा और दुर्घटनाओं से निपटने के लिए किस तरह के इंतजाम हैं और विभागों का रिस्पांस सिस्टम कितना सक्रिय है. 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं. केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के अलावा पौड़ी गढ़वाल रेंज में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं.
यात्रियों की सुविधा
पौड़ी गढ़वाल को तीन ज़ोन में बांट दिया गया है और पूरे इलाके में 11 सेक्टर बनाए गए हैं. हर 10 किलोमीटर पर एक सेक्टर की व्यवस्था की गई है जहां पर 24x7 के आधार पर पुलिस और मजिस्ट्रेट्स तैनात रहेंगे. यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखने के लिए मुख्यमंत्री जी की तरफ से दिए गए निर्देशों का पालन किया जा रहा है. ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए 2000 गाड़ियों की क्षमता वाले पार्किंग स्थल भी बनाए जा रहे हैं. चार धाम यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई और स्वास्थ्य सुविधाओं पर खास जोर दिया जा रहा है. श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम भी बनाए जा रहे हैं.
स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा
स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है जिसमें यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना कम से कम सात दिनों के लिए बनाने की सलाह दी गई है. उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग भी पूरी शिद्दत से जुटा हुआ है. इस बार भी 11 भाषाओं में दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य महकमे की एसओपी को समझने में परेशानी ना आए. पूरे यात्रा रूट पर इस बार 50 स्क्रीनिंग पॉइंट बनाए गए हैं.
अमरनाथ यात्रा की तैयारियां
चारधाम यात्रा के अलावा अमरनाथ यात्रा का वक्त भी नजदीक आता जा रहा है. 3 जुलाई से अमरनाथ यात्रा का श्री गणेश होने वाला है. अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं. यात्रा सुगम हो इसके लिए तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं. हर साल बाबा बर्फानी के दर पर भक्तों का मेला लगता है और बम बम भोले के जयकारों से अमरनाथ यात्रा मार्ग गूंज उठता है. इस बार अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 3 जुलाई से होनी है और इस यात्रा का समापन 9 अगस्त को होना तय हुआ है. 14 अप्रैल से यात्रा का रजिस्ट्रेशन भी चालू है.