त्योहार के मौसम में भारतीय रेलवे की तरफ से कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती हैं, ताकि लोग समय से अपने घर पहुंच सकें. लेकिन कई बार तकनीकी समस्या या किसी अन्य वजह से ट्रेन कैंसिल या डायवर्ट कर दी जाती है. ऐसे में लोगों की परेशानी और बढ़ जाती है. हालांकि भारतीय रेलवे ने इसके लिए रिफंड की व्यवस्था की है.
अगर भारतीय रेलवे किसी ट्रेन को शॉर्ट टर्मिनेट (यात्री के गंतव्य से पहले यात्रा खत्म करना) करता है तो आप रिफंड ले सकते हैं. इसके अलावा अगर ट्रेन 3 घंटे से ज्यादा लेट हो जाती है तो भी यात्री रिफंड की मांग कर सकते हैं.
ट्रेन डायवर्ट होने पर भी मांग सकते हैं रिफंड
अगर आपने रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर से टिकट खरीदी है तो इसका रिफंड तुरंत कर दिया जाता है. अगर आपने ऑनलाइन IRCTC की वेबसाइट या ऐप से टिकट बुक कराई है तो इसके लिए आपको आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप पर ट्रेन के प्रस्थान के लिए तय समय के 72 घंटों के भीतर टीडीआर फॉर्म भरना होता है. ट्रेन डायवर्ट होने पर भी यह फॉर्म भर सकते हैं. इसके बाद रिफंड में करीब 90 दिन का समय लग सकता है.
इसके अलावा अगर भारतीय रेलवे की तरफ से अगर कोई ट्रेन कैंसिल की गई है तो यात्रियों को ऑटोमैटिक पूरा रिफंड मिलता है. ई-टिकट का रिफंड 3 से 7 दिनों के भीतर आपके बैंक अकाउंट में आ जाता है.
कैसे भर सकते हैं टीडीआर फॉर्म
अपने आईआरसीटीसी अकाउंट में लॉग इन करें.
बुक किए गए टिकट हिस्ट्री पर जाएं.
वो पीएनआर नंबर चुनें जिसके लिए आप टीडीआर फाइल करना चाहते हैं.
फाइल टीडीआर पर क्लिक करें.
यात्री का नाम चुनें.
ड्रॉप-डाउन मेनू से टिकट कैसिंल करने की वजह चुनें या अपना कारण दर्ज करें.
सबमिट पर क्लिक करें.
विवरण की पुष्टि करने के लिए अलर्ट विंडो में ओके पर क्लिक करें.
स्टेशन से भी भर सकते हैं टीडीआर
आप अपनी निर्धारित यात्रा के तीन दिनों के भीतर किसी स्टेशन से भी टीडीआर दाखिल कर सकते हैं. जोनल रेलवे डिवीजन आपकी रिफंड रिक्वेस्ट पर फैसला करेगा. अगर आपका रीजन इनवैलिड है तो आपकी रिक्वेस्ट ठुकाराई भी जा सकती है. आप आईआरसीटीसी ट्रैकिंग सर्विस के माध्यम से अपने रिफंड की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं.