भारत का बिहार वह राज्य है, जो अपने इतिहास, संस्कृत और और परंपराओं के लिए जाना जाता है. यह भूमि महान शासकों, विद्वानों और आध्यात्मिक गुरुओं की कर्मभूमि रही है. गंगा की पवित्र धाराओं से सजी इस धरती पर बौद्ध धर्म का उदय हुआ, तो पहली गणराज्य व्यवस्था का जन्म भी यहीं हुआ.
नालंदा विश्वविद्यालय, महाबोधि मंदिर और राजगीर जैसी जगहें यहां के गौरवशाली इतिहास की झलक दिखाती हैं. यहां की लिट्टी-चोखा का हर कोई कायल है. यहां के मंदिर, स्तूप, किले और प्राकृतिक खूबसूरती हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं. यदि आप क्रिसमस और नए साल पर बिहार घूमने का प्लान बना रहे हैं तो चलिए हम आपको उन मशहूर जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां जाकर आपको लगेगा कि आखिर पहले क्यों हम यहां नहीं आए.
1. ज्ञान और शांति की धरती बोध गया
बिहार का बोध गया एक ऐसा पवित्र स्थान है, जिसे दुनिया भर के बुद्धिस्ट्स बेहद खास और श्रद्धा से देखते हैं. यही वो जगह है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. यहां का महाबोधि मंदिर और पवित्र बोधि वृक्ष मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं, जहां लोग ध्यान लगाने और शांति पाने के लिए आते हैं. बोधगया सिर्फ धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि अपनी ऐतिहासिक धरोहर, शांत वातावरण और खूबसूरती के लिए भी मशहूर है. यह गया रेलवे स्टेशन से महज 16 किमी की दूरी पर है.
2. भारत का सबसे पुराना विश्वविद्यालय नालंदा
नालंदा, बिहार की शान और प्राचीन भारत के गौरव का प्रतीक है. यह जगह अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए मशहूर है. दुनिया की सबसे पहली यूनिवर्सिटी भी यहीं थी, जहां देश-विदेश से छात्र पढ़ने आते थे. नालंदा यूनिवर्सिटी आज भी इसकी महानता की गवाही देती है. यहां का शांत माहौल और पुरानी इमारतें इतिहास के पन्नों में झांकने का मौका देती हैं. बुद्ध और महावीर से जुड़ी कई कहानियां यहां के माहौल में बसी हुई हैं. यह पटना से 95 और दिल्ली से करीब 1,107 किमी दूर है. आप सड़क या ट्रेन के जरिए आसानी से पहुंच सकते हैं. यदि आप इतिहास और ज्ञान से जुड़े स्थानों में रुचि रखते हैं तो नालंदा जरूर घूमने जाएं.
3. प्रकृति और इतिहास का संगम है राजगीर
राजगीर एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जो बिहार के नालंदा जिले में स्थित है. यह जगह भगवान बुद्ध और महावीर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण घटनाओं की गवाह रही है. राजगीर के शांतिपूर्ण वातावरण और हरे-भरे पहाड़ों के बीच स्थित गुफाएं और मंदिर बहुत आकर्षक हैं. यहां की पार्क, विश्व शांति स्तूप, साइक्लोपियन वाल, हॉट स्प्रिंग्स, घोड़ा कटोरा झील और बिम्बिसार का खजाना जैसी कुछ रोमांचक जगहें हैं, जिन्हें आप यहां इक्स्प्लोर कर सकते हैं. इसके अलावा आप चाहें तो यहां रोपवे और और पहाड़ों की ट्रेकिंग का भी आनंद ले सकते हैं. आप दिल्ली से 18 घंटे और पटना से करीब 50 किलोमीटर का सफर तय कर इस जगह पहुंचकर आनंद ले सकते हैं.
4. लोकतंत्र की जन्मभूमि है वैशाली
बिहार का ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल वैशाली है, जो भगवान बुद्ध और महावीर से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है. यह जगह खासतौर पर लिच्छवी साम्राज्य के लिए जाना जाता है, जिन्होंने छठी शताब्दी ईसा पूर्व में वैशाली पर शासन किया था. वैशाली को जैन धर्म के तीर्थस्थल के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि यहां भगवान महावीर का जन्म हुआ था. आप यहां अशोक स्तंभ, बौद्ध स्तूप जैसी जगहों का आनंद ले सकते हैं. यहां की हरियाली और ऐतिहासिक स्मारक आपको बिहार की समृद्ध संस्कृति से रूबरू कराते हैं. आप यहां ट्रेन या सड़क मार्ग से आसानी से आ सकते हैं.
5. मोक्ष की भूमि है पावपुरी
पावापुरी, वो जगह है जहां भगवान महावीर ने अपना अंतिम उपदेश दिया और मोक्ष प्राप्त की. जैन धर्म के लोगों के लिए यह जगह बेहद महत्वपूर्ण और खास तीर्थस्थल है. यहां आप जल मंदिर, सुमति सरोवर और पावापुरी जैन मंदिर का दर्शन कर सकते हैं. जल मंदिर का नजारा इतना शांत और खूबसूरत है कि आपको समय का पता ही नहीं चलेगा. राजगीर से 20 किमी और पटना से 95 किमी दूर पर पावापुरी स्थित है. आप यहां सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं.
(ये स्टोरी निहारिका सिंह ने लिखी है. निहारिका GNTTV.COM में बतौर इंटर्न काम करती हैं)