scorecardresearch

घूमने के लिए बेस्ट प्लेस है मध्य प्रदेश का रीवा, क्या है जाने का रास्ता और कितना होगा खर्च, जानें

रीवा का सफर आपको न केवल ऐतिहासिक धरोहरों से जोड़ेगा, बल्कि यहां की प्राकृतिक खूबसूरती भी आपको मंत्रमुग्ध कर देगी. अगली बार जब आप एक यादगार यात्रा की योजना बनाएं, तो रीवा को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें.

rewa rewa

भारत में यात्रा करने के लिए कई ऐसे स्थान हैं, जो हमेशा के लिए यादगार बन सकते हैं. एक ऐसा ही छिपा हुआ खजाना है भारत का दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश में. रीवा मध्य प्रदेश के सबसे प्रमुख शहरों में से एक है. रीवा अपनी ऐतिहासिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. यह एक ऐसा शहर है जहां आप जंगलों की हरियाली, झरने और नदियों की शांति का आनंद ले सकते हैं. यहां आप परिवार सहित पिकनिक मना सकते हैं. अगर आप अपनी अगली यात्रा को यादगार बनाना चाहते हैं, तो रीवा के ये खास स्थल आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं.

रानी तालाब: रीवा में घूमने की शुरुआत कीजिए रानी तालाब से, जो राज्य के सबसे प्राचीन तालाबों में से एक है. यह तालाब रीवा के दक्षिणी भाग में स्थित है और इसकी पवित्रता के कारण इसे स्थानीय लोग और पर्यटक दोनों ही खास मानते हैं. तालाब के पश्चिम में स्थित देवी काली का मंदिर भी अपनी खास पहचान रखता है. यह मंदिर भक्तों की मनोकामना पूरी करने के लिए प्रसिद्ध है और यहां पर नवरात्रि और दिवाली के दौरान भव्य पूजा और मेले का आयोजन होता है. त्योहारों के दौरान यहां आकर एक अलग ही अनुभव मिलता है.

गोविंदगढ़ पैलेस: रीवा जाएं तो गोविंदगढ़ पैलेस जरूर जाएं, जो वहां के तत्कालीन राजा ने बनवाया था. इस महल के चारों ओर कि वास्तुकला और इसके पास स्थित गोविंदगढ़ झील इसे और भी आकर्षक बनाते हैं. महल के अंदर एक संग्रहालय भी है, जो सफेद बाघों की दुर्लभ प्रजातियों के बारे में जानकारी देता है. इस महल के जरिए आप न केवल इतिहास की झलक पा सकते हैं, बल्कि इसके आसपास के सुंदर प्राकृतिक दृश्य भी आपके दिल को छू जाएंगे.

सम्बंधित ख़बरें

रीवा किला: रीवा किला शहर का प्रमुख पर्यटक आकर्षण है, जो दो नदियों के किनारे स्थित है. किले का मुख्य द्वार भारतीय वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है, और यहां पर्यटकों के लिए रहने और खाने-पीने की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं. किले के भीतर चांदी का सिंहासन, संग्रहालय हॉल का झूमर, आर्म्स गैलरी, और वाइट टाइगर गैलरी जैसे मुख्य स्थल देखने लायक हैं.

पुरवा वॉटरफॉल: रीवा का पुरवा वॉटरफॉल लगभग 70 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह मध्य प्रदेश के सबसे खूबसूरत झरनों में से एक माना जाता है. टोंस या तमसा नदी से निकलने वाले इस झरने का सीन आपको मंत्रमुग्ध कर देगा. यह स्थान परिवारों के लिए एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल भी है.

क्योटी फॉल्स: रीवा जिले का क्योटी जलप्रपात भारत का 24वां सबसे ऊंचा झरना है. इसकी ऊंचाई करीब 130 मीटर है. यह झरना दोस्तों और परिवार के साथ शांति के पल बिताने के लिए एक बेहतरीन स्थान है और यहां का वातावरण आपको सुकून से भर देगा.

Rewa
Rewa

रीवा कैसे पहुंचे?
फ्लाइट से:
 सबसे नजदीकी एयरपोर्ट लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा वाराणसी है, जो रीवा से करीब 233.2 किलोमीटर दूर है. वहीं इलाहाबाद बमरौली हवाई अड्डा रीवा से करीब 141.5 किलोमीटर दूर है. जबलपुर का डुमना एयरपोर्ट रीवा से करीब 247.1 किलोमीटर दूर है. एयरपोर्ट से टैक्सी या बस की सुविधा उपलब्ध है. फ्लाइट का किराया लगभग 3000 से शुरू होता है.
 
ट्रेन: रीवा से देश के अन्य हिस्सों के लिए अच्छी रेल सुविधाएं हैं. ट्रेन का खर्च यात्रा के क्लास के अनुसार 400 से 3500  रुपए तक हो सकता है.

सड़क मार्ग: आप किसी भी सड़क मार्ग से रीवा के लिए सफर कर सकते हैं. अपनी गाड़ी से यात्रा करना ज्यादा सुविधाजनक होता है.

कब जाएं और कहां ठहरें?
रीवा की यात्रा के लिए सर्दियों का मौसम सबसे सही होता है, खासकर जब मानसून के बाद झरने और नदियों के दृश्य और भी खूबसूरत हो जाते हैं. ठहरने के लिए रीवा में कई अच्छे होटल उपलब्ध हैं, जहां आप स्थानीय व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं. होटल का किराया आमतौर पर 700 रुपए प्रति दिन से शुरू होता है.

रीवा का सफर आपको न केवल ऐतिहासिक धरोहरों से जोड़ेगा, बल्कि यहां की प्राकृतिक खूबसूरती भी आपको मंत्रमुग्ध कर देगी. अगली बार जब आप एक यादगार यात्रा की योजना बनाएं, तो रीवा को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें.