
पहलगाम हमले ने हर एक भारतीय को अंदर से झकझोर कर रख दिया है. भारत का स्विट्ज़रलैंड कहे जाने वाला पहलगाम खून से लाल हो गया लेकिन बड़ी बात ये कि देश के लोगों ने इतने बड़े हमले के बाद भी ख़ुद को बेहद मज़बूती से संभाल रखा है. इस बात का अंदाज़ा इससे लगता है कि कश्मीर जाने के लिए जिन लोगों ने पहले से बुकिंग करा रखी थी, इस हमले के बाद भी उन्होंने अपने बुकिंग कैंसिल नहीं करवाई है.
अप्रैल और मई कश्मीर यात्रा के लिए सबसे बेहतरीन महीने माने जाते हैं. कई लोगों ने कश्मीर यात्रा की बुकिंग करा रखी थी इनमें कई बड़े-बड़े ग्रुप्स हैं तो कई परिवार भी हैं लेकिन अलग-अलग ट्रेवल कंपनी चलाने वाले लोगों का कहना है कि मुश्किल पंद्रह पर्सेंट लोग ही होंगे जिन्होंने अपनी ट्रिप को पोस्टपॉन किया है. अधिकतर लोग अब भी पूरे जज्बे के साथ यात्रा के लिए तैयारी कर रहे हैं.
वो एक मारेंगे हम 10 जाएंगे
टूर एंड ट्रेवल कंपनी चलाने वालीं अर्चना सिंह बताती हैं कि हमले के बाद हमको भी ऐसा ही लगा था कि बहुत सारे कैंसिलेशन आएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हमारे लगभग 3-4 ग्रुप कश्मीर की यात्रा पर जा रहे हैं.. हर ग्रुप में 30-40 लोग हैं, इनमें सीनियर सिटिज़न भी है और एक तो डेडिकेटेड फ़ीमेल्स ग्रुप है लेकिन अब तक किसी ने भी कैंसलेशन के लिए कॉल नहीं किया है. यहां तक कि एक ग्रुप के लोगों ने बोला कि ये हमला हमें हतोत्साहित करने के लिए हैं वो 1 मारेंगे तो हम और 10 से ज़्यादा लोग जाएंगे.
अर्चना बताती हैं कि अमरनाथ यात्रा के लिए भी हो रही बुकिंग पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ा है.
कई लोग तो आज भी पहलगाम गए हैं
Indian Association of tour operators (IATO) के अध्यक्ष राजीव मेहरा बताते हैं कि मुश्किल से 10-15 पर्सेंट लोग ऐसे होंगे जिन्होंने अपनी ट्रिप कैंसिल करवाई है. अधिकतर लोगों का प्लान जैसा था वैसा ही है. यहां तक जो लोग पहले से कश्मीर में हैं और उनको आज पहलगाम जाना था वो आज भी पहलगाम गए हैं, कल जिनको जाना है वो भी जा रहे हैं. भारतीय इस बात को मानते हैं कि ये उनकी हिम्मत तोड़ने की एक कोशिश है लेकिन वो आतंकवादियों को इरादे सफल नहीं होने देंगे.
ये कश्मीरियों के रोज़गार पर हमला
STIC ट्रेवल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष गोयल का कहना है ये कश्मीरियों के रोज़गार पर भी हमला है. भारत के कश्मीर की हालत पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर से काफी बेहतर है. भारत सरकार जल्द ही सब ठीक कर देगी.