

कश्मीर को जमीं की जन्नत क्यों कहते हैं, यह गुलमर्ग को देखकर जाना जा सकता है. दरअसल, यहां चारों ओर बर्फ की चादर बिछी है. पहाड़ों से लेकर पेड़ तक बर्फ से ढके हुए हैं. नीले आसमान के नीचे अगर कुछ है तो सिर्फ और सिर्फ बर्फ है. गुलमर्ग की खूबसूरती में जमीन पर बिखरी बर्फ ने मानो चार चांद लगा दिए हैं. यहां आए सैलानी मन भर इस रंगत को देख लेना चाहते हैं. उनके लिए ये बर्फीली वादियां नए साल का वो तोहफा है जो उन्हें कुदरत ने बख्शी है.
गुलमर्ग के इस रंग में केवल और केवल बर्फ की चमक है. इस साल यहां उम्मीद से ज्यादा सैलानी पहुंचे हैं और नए साल के उनके जश्न में इस बर्फ ने मानो कभी ना भूलने वाले रंग भर दिए हैं. गुलमर्ग का पारा इस वक्त माइनस पांच डिग्री बना हुआ है. उम्मीद है कि बर्फ का ये सिलसिला अभी यूं ही चलेगा.
सोनमर्ग भी ढका बर्फ की चादर से
गुलमर्ग ही नहीं सोनमर्ग को भी कुदरत ने बर्फ की चादर से ढक दिया है. यहां भी चप्पे चप्पे पर बर्फ नजर आ रही है. इस बर्फीले नजारे को देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचे हुए हैं. पहाडों पर ये वक्त भले हड्डियों तक उतर जाने वाली ठंड का है. लेकिन कुदरत का जो बर्फीला करिश्मा यहां नजर आ रहा है वह कभी ना भूलने वाला लम्हा लेकर आया है.
कश्मीर में चिल्लई कलां का सीजन
कश्मीर की जमी इस वक्त पूरी तरह से जमी हुई है. चिल्लई कलां के इस सीजन में करीब करीब हर जगह का यही हाल है. यहां ज्यादातर इलाकों में पारा माइनस 10 से माइनस पांच डिग्री के बीच चल रहा है. श्रीनगर की बात करें तो यहां डल झील बर्फ में बदल गई है. और शिकारे अपनी जगह थम गए हैं. बर्फीली फिजाओं ने केवल यहां आने वालों का जोश नहीं बढ़ रखा है बल्कि दस हजार फीट की ऊंचाई पर सबसे मुश्किल रणक्षेत्र में भी जवानों का जोश हाई है.
हिमाचल भी पहुंचे सैलानी
कश्मीर ही नहीं हिमाचल का शिमला भी बर्फीली सर्दियों के मजे ले रहा है. नए साल के लिए यहां भारी संख्या में सैलानी पहुंचे हैं और मौसम के इस बर्फीली रंगत ने यहां आए सैलानियों का दिन बना दिया है. ठंड के बीच अलाव है, धूप में चाय की चुस्कियां हैं और साथ ही साथ शिमला से दिख रहे बर्फ की सफेदी से चम रहे पहाड़ों का नजारा है.
मौसम विभाग की माने तो अगले कुछ दिनो तक पहाड़ का ये बर्फीला श्रृंगार यूं ही नजर आने वाला है. कुल मिलाकर कश्मीर से हिमाचल और उत्तराखंड की वादियां तक बर्फ का ये सीजन कई लिहाज से अच्छा साबित होने जा रहा है. किसान वक्त से हो रही बर्फबारी से खुश हैं. य़हां पहुंचे सैलानी कुदरत के इस न्यू ईयर गिफ्ट के लिए शुक्रिया कह रहे हैं.