

श्रीनगर स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है. वसंत ऋतु के आगमन के साथ ही ट्यूलिप गार्डन सैलानियों के लिए खोला जाएगा. इसके लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है. गार्डन में 100 से ज्यादा माली काम कर रहे हैं. इस साल भी करीब एक लाख ट्यूलिप्स लगाए गए हैं. फ्लोरिकल्चर डिपार्टमेंट के अनुसार, इस साल 80 से अधिक वैरायटीज के ट्यूलिप्स लगाए गए हैं.
धूप निकलते ही खिल उठेंगे ट्यूलिप्स
श्रीनगर में फिलहाल मौसम अनुकूल नहीं रहा है. काफी ज्यादा ठंड रही है. बारिश हो रही है और धूप नहीं निकल रही है लेकिन ऑर्गनाइजर्स को उम्मीद है कि कुछ दिनों में जब मौसम साफ होगा और धूप निकलेगी तो ट्यूलिप्स खिल उठेंगे. इस साल ऑर्गनाइजर्स ने यूरोप के कई जगहों से अलग-अलग वैरायटीज के ट्यूलिप्स मंगाए हैं.
हर साल देश-विदेश से आते हैं सैलानी
श्रीनगर स्थित इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन मार्च से अप्रैल के बीच हर वसंत में रंग-बिरंगे ट्यूलिप के फूलों से लद जाता है, जो दुनिया भर से सैलानियों को आकर्षित करता है. ट्यूलिप गार्डन सैलानियों के लिए 21 मार्च से खुलने जा रहा है. इस बार ट्यूलिप फेस्टिवल 23 मार्च से शुरू हो रहा है, जो 20 अप्रैल 2025 के आस पास तक चलेगा. पिछले साल एक महीने में 4.5 लाख से अधिक पर्यटक आए थे. इस साल इससे भी ज्यादा के आने की उम्मीद है. मौसम के हिसाब से यह गार्डन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है. इसके टिकट की कीमत वयस्कों के लिए 70 रुपए और बच्चों के लिए 30 रुपए है.
ट्यूलिप गार्डन की खूबसूरती
ट्यूलिप गार्डन की लोकेशन बहुत खूबसूरत है. यह गार्डन डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित है. 55 हेक्टेयर के एरिया में फैला हुआ यह गार्डन एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन है. यहां सिर्फ ट्यूलिप ही नहीं है बल्कि कई और वैरायटी के फूल हैं. इसमें करीब 17 लाख ट्यूलिप के फूल हैं. ट्यूलिप के अलावा इस गार्डन की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं यहां के डैफोडिल, हाइसिंथ, रैनुनकुलस जैसे फूल और साथ में बादाम और खुबानी के पेड़. पिछले 10-15 सालों में यह गार्डन कश्मीर के टूरिज्म की एक बड़ी पहचान बन चुका है.
ट्यूलिप गार्डन का महत्व
ट्यूलिप गार्डन कश्मीर के समर सीजन का किक स्टार्ट करता है. यह कश्मीर के मेन टूरिज्म सीजन का फ्लैग ऑफ करता है. इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन को पहले सिराज बाग के नाम से जाना जाता था. साल 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन की स्थापना की थी. घाटी में सर्दी और गर्मी के मौसम के बीच कम पर्यटकों के आने को लेकर इसकी शुरुआत की थी. ट्यूलिप गार्डन तक पहुंचने के लिए सबसे पास में हवाई अड्डा श्रीनगर में है, जो इस लोकेशन से करीब 17 किलोमीटर दूर है. इसके अलावा सड़क के रास्ते एनएच 1ए के सहारे भी यहां पहुंचा जा सकता है. आपको मालूम हो कि ट्यूलिप गार्डन ने 2023 में एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन के रूप में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया था.