सूरजकुंड मेला (Surajkund International Crafts Mela 2024) दुनिया भर के कलाकारों के लिए अपनी संस्कृति और प्रतिभा दिखाने का एक मंच है. केंद्र सरकार और हरियाणा पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित इस मेले में हर किसी के लिए कुछ न कुछ खास जरूर रहता है. इस बार ये मेला गुजरात की थीम पर होगा. अफ्रीकी देश तंजानिया इस मेले में 'पार्टनर नेशन' के रूप में हिस्सा ले रहा है.
सूरजकुंड देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद जिले में बदरपुर और लक्कड़पुर गांवों के बीच बना है. सूरजकुंड का अर्थ है 'सूर्य की झील'. ये एक प्राचीन जलाशय है जिसे 10वीं शताब्दी में तोमर वंश के राजा सूरज पाल ने बनवाया था.
सूरजकुंड मेले की तारीख
सूरजकुंड मेला 2 फरवरी से 18 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा.
सूरजकुंड मेले का समय
सूरजकुंड मेला 2 से 18 फरवरी तक सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा.
मेले की टिकट
मेले के टिकट की कीमत 100/- से 200/- रुपये तक है. मेले की टिकट आप ऑनलाइन और ऑफ लाइन दोनों तरीके से खरीद सकते हैं. पर्यटन विभाग की तरफ से दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक और सेवारत रक्षाकर्मी और पूर्व सैनिकों की टिकट पर 50 प्रतिशत छूट है. वैध आईडी कार्ड के साथ स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए सप्ताह के दिनों में टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी.
सप्ताह के दिनों में टिकट की कीमत: 120 रुपये
वीकेंड के दौरान टिकट की कीमत: 180 रुपये
क्या कुछ देख सकते हैं
सूरजकुंड मेले में इस बार आप गुजरात की विभिन्न लोक कला और डांस का आनंद ले सकेंगे. पर्यटकों को गुजरात की विरासत और संस्कृति को जानने का मौका मिलेगा. इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के कलाकार कला, शिल्प, व्यंजन और प्रदर्शन कला का प्रदर्शन करेंगे.
ये सुविधाएं भी मिलेंगी
अगर आप अपनी कार से जा रहे हैं तो यहां पार्किंग की सुविधा है. लोकेशन पर जाने के लिए गोल्फ कार्ट और ई-रिक्शा भी उपलब्ध है. पुरुषों और महिलाओं के लिए ई-शौचालय और पीने के पानी का फिल्टर जैसी सुविधाएं भी हैं. फायर ब्रिगेड टीम और मेडिकल टीमें पूरे मेले में किसी भी आपात स्थिति के लिए उपलब्ध रहेंगी.