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Bastar Trip Plan: घूमने का बना रहे हैं प्लान तो बारिश में 'बस्तर' जैसा कोई और नहीं, जानें कैसे पहुंचे और और कहां-कहां घूम सकते हैं

घूमना फिरना किसे पसंद नहीं. लेकिन घूमने का असली मजा तब है जब आप सही मौसम में सही जगह जाएं. बरसात का आगमन हो चुका है और ऐसे में अगर आप ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो बस्तर को आप अपनी लिस्ट में सबसे ऊपर रख सकते हैं. क्यों, क्योंकि यहां की प्राकृतिक सुंदरता, खूबसूरत वादियां आपका मन मोह लेगी.

Chitrakot Falls (Photo-X/sriram251) Chitrakot Falls (Photo-X/sriram251)

गर्मी हो सर्दी हो या हो बरसात घूमने वाले कभी भी ट्रिप प्लान कर सकते हैं. लेकिन घूमने का मजा तभी है जब सही मौसम में सही जगह का चुनाव किया जाए. अगर गलत जगह चले गए तो पूरा मजा खराब हो जाता है. मानसून की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में अगर आप शांत माहौल में प्राकृतिक सुंदरता को करीब से निहारना चाहते हैं,  खूब सारी हरियाली देखना चाहते हैं तो आप छत्तीसगढ़ के बस्तर का प्लान बना सकते हैं. बस्तर में  घूमने की कई बेहतरीन जगहें हैं जहां अगर आप एक बार गए तो बार-बार जाना चाहेंगे. आपका ये ट्रिप जीवनभर के लिए यादगार बन जाएगा. चलिए हम आपको बताते हैं कि बस्तर में आप कहां-कहां घूम सकते हैं और कैसे वहां पहुंच सकते हैं. 

मिनी कश्मीर के नाम से मशहूर

छत्तीसगढ़ के बस्तर को मिनी कश्मीर के नाम से जाना जाता है. यह अपनी खूबसूरती के लिए पूरे देश में मशहूर है. यह राज्य के अन्य जिलों की तुलना में घने जंगलों से घिरा हुआ है. और यही वजह है कि यहां सालों भर ठंड का एहसास बना रहता है. लोग गर्मी और बरसात में यहां खासकर घूमने जाते हैं.  

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बस्तर की जान है ये वॉटरफॉल 

जगदलपुर से 35 किलोमीटर दूरी पर मौजूद तीरथगढ़ वॉटरफॉल को बस्तर की जान कहा जाता है. यह पर्यटकों के बीच काफी फेमस है. सरकार ने कांगेर वैली नेशनल पार्क में 6 करोड़ की लागत ग्लास ब्रिज बनाने का फैसला भी किया है. इसके बाद तीरथगढ़ जलप्रपात को लोग नजदीक से देख पाएंगे. बरसात के मौसम में वॉटरफॉल रौद्र रुप में नजर आता है और इस वजह से लोग इसके करीब नहीं जा पाते.खतरे को देखते हुए पर्यटकों को फारेस्ट गार्डस पहले ही रोक देते हैं. सिर्फ तीरथगढ़ वॉटरफॉल हीं नहीं बस्तर में 10 से ज्यादा वॉटरफॉल हैं. 

मिनी नियाग्रा देखना न भूलें

चित्रकोट जलप्रपात पर्यटकों के बीच मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर है. यह भी जगदलपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर है. बता दें कि यहां इंद्रावती नदी की जलधारा 92 फीट की ऊंचाई से गिरती है जिसको देखने के लिए पूरे देश से पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं. यहां ठहरने और खाने पीने की सुविधा उपलब्ध है. 

ये वॉटरफॉल खूबसूरती में लगाते हैं चार चांद

इसके अलावा मेन्द्री घूमर तामड़ाघूमर जलप्रपात, हांदावाड़ा जलप्रपात, झारालावा जलप्रपात, फुलपाड जलप्रपात, प्रतापगिरी जलप्रपात, नीलम सरई जलप्रपात, मंडवा जलप्रपात और बीजाकसा जलप्रपात बस्तर की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. यहां के सभी वॉटरफॉल खूबसूरती की छटा बिखेरते हैं.  बस्तर के मिचनार से आप घने जंगलों की खूबसूरती और वादियों को निहार सकते हैं. अगर आप यहां रात को ठहरने का प्लान करते हैं तो नाइट टैंट का भी इंतजाम किया गया है. बस्तर में आप वॉटरफॉल के अलावा ऐतिहासिक और पौराणिक प्राचीन मंदिरों और हजारों साल पुरानी गुफाओं  का भी भ्रमण भी कर सकते हैं. यहां कुटुमसर गुफा, कैलाश गुफा, मांदरकोंटा गुफा, दंडक गुफ़ा, झूमर गुफा और हरि गुफा हैं.

कैसे पहुंच सकते हैं ?

दिल्ली से आप फ्लाइट, ट्रेन, यात्री बसों और अपनी गाड़ी से बस्तर पहुंच सकते हैं. फ्लाइट से पहले आपको छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जाना होगा फिर वहां से बस्तर के लिए फ्लाइट ले सकते हैं. पर्यटकों के ठहरने से लेकर स्थानीय व्यंजन की पूरी व्यवस्था राज्य सरकार ने की है.