scorecardresearch

वाराणसी में टूटा सावन का रिकॉर्ड.... महाकुंभ के दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे काशी विश्वनाथ

ऐसा नहीं है कि यहां सिर्फ श्रद्धालुओं की संख्या में ही इजाफा हुआ है, बल्कि उन्होंने दिल खोलकर बाबा विश्वनाथ को चढ़ावा भी चढ़ाया है.

काशी विश्वनाथ मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर

प्रयागराज में लगे महाकुंभ में अबतक 51 करोड़ से ज्यादा आस्थावानों ने संगम में डुबकी लगाकर पूरे विश्व को हैरान कर दिया है. वहीं द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक वाराणसी स्थित बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में महाकुंभ पलटप्रवाह की वजह से श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर नए रिकार्ड बनते चले जा रहें हैं. महाकुंभ की शुरूआत से अब तक यानी लगभग एक महीने के समय में ही डेढ करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार आ चुके हैं. 

वहीं, सिर्फ फरवरी माह में ही अब तक एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर पर मत्था टेक लिया है, जो 2023 सावन माह के भी रिकार्ड एक करोड़ छह लाख को तोड़ चुका है. ऐसा नहीं है कि यहां सिर्फ श्रद्धालुओं की संख्या में ही इजाफा हुआ है, बल्कि उन्होंने दिल खोलकर बाबा विश्वनाथ को चढ़ावा भी चढ़ाया है. महाकुंभ के दौरान विश्वनाथ मंदिर में सिर्फ नकद चढ़ावा ही लगभग आठ करोड़ रुपए आ चुका है. 

सावन का रिकॉर्ड टूटा 
विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के बनते रिकॉर्ड और चढ़ावे के बारे में मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ के 13 जनवरी से लेकर 13 फरवरी के बीच विश्वनाथ मंदिर आने वाले लोगों की संख्या एक करोड़ पचपन लाख दो हजार छह सौ सत्तावन है. वहीं, अगर सिर्फ फरवरी माह की बात करे तो 17 फरवरी की दोपहर तक ही एक करोड़ से ज्यादा दर्शनार्थी आ चुके है. यह अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है जो 2024 सावन के आए एक करोड़ छह लाख से ज्यादा है. सभी पुराने रिकार्ड टूट चुके हैं. 

इतनी भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं के तमाम इंतजाम भी किए जा रहें हैं और सावन माह की तरह सभी स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल महाकुंभ पलटप्रवाह में फॉलो किया जा रहा है. उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान सुगम दर्शन से लेकर स्पर्श दर्शन पर रोक है. उन्होंने आगे बताया कि फिलहाल पलट प्रवाह के चलते प्रतिदिन छह से आठ लाख श्रद्धालु रोजाना दर्शन करने आ रहे हैं. उन्होंने आगे बताया कि मंदिर को मिला हुआ दान न केवल मंदिर के संचालन, बल्कि तमाम जनकल्याण के काम में भी मंदिर की ओर लगाया जाता है.

वहीं विश्वनाथ मंदिर में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं की संख्या से खुद श्रद्धालु भी खुश हैं और इसे सनातन की विजय और जागरुकता बता रहें हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में ये रिकॉर्ड और भी टूटेगा.