पिछले कुछ सालों में न सिर्फ हमारे देश में बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर भी टूरिज्म बहुत ज्यादा बढ़ा है. और हम सब जानते हैं कि टूरिज्म से किसी भी देश की इकोनॉमी पर बहुत ज्यादा फर्क पड़ता है. लेकिन फिर भी आज बहुत से देश हैं जो टूरिस्ट्स को अपने यहां आने से रोक रहे हैं. जी हां, सुनने में भले ही अजीब लगे लेकिन बैन, फाइन और टैक्स जैसे तरीके अपनाकर कई देश टूरिस्ट्स के नंबर को लिमिट रहे हैं और ऐसा हो रहा है ओवरटूरिज्म की वजह से.
क्या है ओवरटूरिज्म
ओवरटूरिज्म तब होता है जब किसी एक डेस्टिनेशन पर बहुत ज्यादा टूरिस्ट्स आते हैं. जब किसी एक डेस्टिनेशन पर इतने ज्यादा टूरिस्ट आ जाएं कि उस जगह के लोकल लोगों की जिंदगी प्रभावित होने लगें तो इसे ओवरटूरिज्म कहते हैं. ऐसे में, सड़कें वाहनों से जाम हो जाती हैं, और पर्यावरण भी प्रभावित होता है. ये सभी ओवरटूरिज्म के संकेत हैं. इस कारण बहुत से देशों में टूरिस्ट्स का विरोध किया जा रहा है.
इन देशों में हो रहा है ओवरटूरिज्म का विरोध
बार्सिलोना में विरोध प्रदर्शन
हाल ही में, बार्सिलोना में हजारों स्थानीय लोग सड़कों पर यह नारा लगाते दिखे, "Tourists go home." कुछ लोगों ने पर्यटकों पर पानी का छिड़काव भी किया. यह कई पॉपुलर स्थलों पर बड़े पैमाने पर पर्यटन को लेकर बढ़ते तनाव के कारण हुआ. महामारी के बाद बहुत सी पॉपुलर जगहों पर टूरिज्म इतना बढ़ गया है कि लोकल लोग परेशान हो गए. बार्सिलोना और कैनरी द्वीप से लेकर मलागा और मैलोर्का तक - ओवरटूरिज़्म का विरोध कर रहे हैं. कैनरी द्वीप समूह ने हाल ही में एक ड्राफ्टेड लॉ का खुलासा किया है जो नई प्रॉपर्टीज को शॉर्ट टर्म के लिए किराये पर देने से रोक देगा.
सेल्फी रोकने के लिए ऑस्ट्रिया ने लगाई बाड़
पिछले साल, ऑस्ट्रियाई शहर हॉलस्टैट ने पर्यटकों को सेल्फी लेने के लिए मौके पर भीड़ लगाने से रोकने के लिए सड़कों में से एक पर लकड़ी की बाड़ लगा दी. दरअसल, इस क्षेत्र के निवासी चाहते हैं कि हर साल इस यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल पर आने वाले लाखों पर्यटक उन्हें अकेला छोड़ दें.
इटली: एंट्री के लिए फीस, शॉर्ट रेंटल्स पर प्रतिबंध, नो-वेटिंग जोन
इस साल अप्रैल में, वेनिस ने ओवरटूरिज्म को नियंत्रित करने के लिए आगंतुकों से फीस ली है. हाल ही में कैपरी द्वीप ने पानी की कमी के कारण पर्यटकों पर कुछ समय के लिए प्रतिबंध लगा दिया था. पोर्टोफिनो को इटली में सबसे 'इंस्टाग्रामेब्ल' स्थानों में से एक माना जाता है. यहां के मे.र ने पिछले साल नो-वेटिंग ज़ोन की शुरुआत की थी. पोर्टोफिनो की लोकप्रियता के परिणामस्वरूप पर्यटकों की आमद बढ़ गई जो अक्सर सेल्फी के लिए रास्तों और सड़कों को रोक देते थे. लेकिन अब सुबह 10.30 बजे से शाम 6 बजे के बीच बहुत देर तक घूमते हुए पकड़े जाने पर €270 (लगभग 24000 रुपये) का जुर्माना लगाया जा सकता है.
जापान ने पर्यटकों के लिए बैन हुआ माउंट फ़ूजी का दृश्य
माउंट फ़ूजी जापान के सबसे बड़े भीड़-खींचने वाली जगहों में से एक है. इस साल की शुरुआत में, एक शहर में टूरिस्ट्स को फोटोज के लिए भीड़ लगाने से रोकने के लिए स्क्रीन लगाई थी लेकिन लोगों नेस्क्रीन में छेद कर दिए. पिछले महीने, सोमवार को जापान के माउंट फ़ूजी के आधे रास्ते में एक भीड़-नियंत्रण द्वार स्थापित किया गया था, और एक दूसरा शहर भी माउंट फ़ूजी पर सेल्फी चाहने वालों को रोकने के लिए एक एंटी-टूरिस्ट बाड़ का निर्माण कर रहा है. साथ ही एक दिन के लिए टूरिस्ट की संख्या 4,000 लागू की गई है.
एम्स्टर्डम ने क्रूज शिप्स पर प्रतिबंध लगा दिया
पिछले साल, एम्स्टर्डम ने छोटे क्षेत्रों में भीड़भाड़ को रोकने के लिए क्रूज जहाजों को अपने मुख्य बंदरगाहों में प्रवेश करने से बैन करने का फैसला किया था, जहां बड़े पैमाने पर पर्यटन के लिए संसाधन नहीं हो सकते हैं. शहर ने नए होटलों के निर्माण पर भी प्रतिबंध लगा दिया.
क्रोएशिया ने टूरिस्ट्स को रोकने के लिए ऑनलाइन अभियान
क्रोएशियाई शहर डबरोवनिक ने 'रेस्पेक्ट द सिटी' अभियान शुरू किया और पथरीली सड़कों पर पहिये वाले सूटकेस के शोर को कम करने के लिए लगेज ड्ऱॉप ऑफ भी शुरू किया है. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ओवरटूरिज्म को नियंत्रित करने के उपायों में पब्लिक एरियाज में सोने, सार्वजनिक स्थानों पर पेशाब करने, स्मारकों के टॉप पर चढ़ने, नशे में व्यवहार और स्कूलों सहित संरक्षित पब्लिक प्लेस के पास शराब पीने पर प्रतिबंध शामिल है. ऐसा करने पर जुर्माना लग सकता है और जेल हो सकती है.