
क्या आपको पता दुनिया का सबसे पुराने पेड़ 9000 साल से भी ज्यादा पुराना है. और अब बहुत से लोग इस पेड़ को देखने के लिए ट्रेवल कर रहे हैं. यह पेड़ स्वीडन में एक पर्वत की चोटी पर है और इसका नाम है Old Tjikko. यह स्प्रूस पेड़ है जिसे शायद 7542 ईसा पूर्व में लगाया गया था. बताया जाता है कि इस पेड़ ने दुनिया के अंतिम हिमयुग के अंत में अपनी जड़ें जमाईं. यह पेड़ वैज्ञानिकों ने 2004 में स्वीडन के डरलाना प्रांत में फुलुफजलेट (फुलु) पर्वत पर पेड़ की प्रजातियों का सर्वे करते हुए खोजा था. कार्बन डेटिंग ने 2008 में इसकी उम्र की पुष्टि की.
इस प्रोफेसर ने लगाया पता
स्वीडन के उमिया विश्वविद्यालय में भौतिक भूगोल के प्रोफेसर लीफ कुल्मन और उनकी टीम ने इस पेड़ की खोज की. कुल्मन रिसर्चर्स की एक टीम को फुलु पर्वत के शिखर के पास एक जगह लेकर गए थे, जहां उन्हें 8,000 साल से ज्यादा पुराने स्प्रूस पेड़ों का एक ग्रुप मिला और उनमें से यह एक पेड़ 9,550 सालों से अस्तित्व में था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, कुल्मन ने अपने दिवंगत कुत्ते के सम्मान में पेड़ का नाम Old Tjikko रखा.
सिंगल रूट सिस्टम के कारण जीवित है पेड़
यह पेड़ बहुत ज्यादा पुराना है और इतने लंबे समय तक पेड़ के जीवित रहने का श्रेय सिंगल रूट सिस्टम को दिया जाता है. पेड़ के विजिबल पार्ट्स- तना, शाखाएं, शंकु और सुइयां - सिर्फ लगभग 600 वर्षों तक जीवित रहता है. जब पेड़ के तने मर जाते हैं, तो उसकी जगह क्लोन तना जड़ ले लेता है. रिसर्चर्स का कहना है कि पेड़ की जड़ प्रणाली तने को क्लोन कर देती है और तने को बदलने की यही क्षमता इस पेड़ के लंबे समय तक जीवित रहने की कुंजी रही है.
और भी हैं हजारों साल पुराने पेड़
इसके अलावा और भी पेड़ हैं जो काफी ज्यादा पुराने हैं. 4,853 साल पुराना ग्रेट बेसिन ब्रिसलकोन पाइन के पेड़ को मेथुसेलह के नाम से जाना जाता है. इस पेड़ को लंबे समय से दुनिया के सबसे पुराने ज्ञात पेड़ का खिताब हासिल है. पेटागोनियन सरू भी लगभग 5,484 साल पुराना है. इसे चिली में एलर्स मिलेनारियो के नाम से जाना जाता है.