बॉलीवुड के सुपरस्टार राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को अमृतसर में हुआ था. जबकि 18 जुलाई 2012 को मुंबई में उनका निधन हो गया.
एक्टर राजेश खन्ना ने फिल्मों में कई ऐसे दमदार डायलॉग्स बोले हैं, जिनको आज भी उनके फैंस याद रखते हैं.
फिल्म 'आनंद' का डायलॉग- बाबू मोशाय जिंदगी बड़ी होनी चाहिए, लंबी नहीं.
फिल्म 'अवतार' का डायलॉग- सेठ, जिसे तुम खरीदने चले हो, उसके चेहरे पर लिखा है नॉट फॉर सेल.
फिल्म 'रोटी' का डायलॉग- इंसान को दिल, दिमाग दे, जिस्म दे, पर कम्बख्त पेट मत दे.
फिल्म 'आराधना' का डायलॉग- एक छोटा सा जख्म बहुत गहरा दाग बन सकता है.
फिल्म 'बावर्ची' का डायलॉग- लोग जिंदगी का सबसे छोटा, सबसे कीमती लब्ज भूल गए हैं...प्यार.
फिल्म 'नमक हराम' का डायलॉग- अक्ल से सिर्फ नक्शे बन सकते हैं, इमारतें नहीं.
फिल्म 'सौतन' का डायलॉग- मैं वो बला हूं, जो जूतों से तुम जैसे कुत्तों का सर फोड़ता हूं.
फिल्म 'अमर प्रेम' का डायलॉग- पुष्पा, मुझसे ये आंसू नहीं देखे जाते... I hate tears.
फिल्म 'स्वर्ग' का डायलॉग- अगर आज इन्हें मैंने माफ कर दिया तो वो बड़े भाई जो बाप बन कर छोटे भाइयों को पालते हैं, वो मुझे कभी माफ नहीं करेंगे.
फिल्म 'अमर दीप' का डायलॉग- प्यार तो ना बिकने की जीत है, ना खरीदने की चीज है.. बस करने की चीज है.