बॉलीवुड पर अक्सर नेपोटिज्म के आरोप लगते रहे हैं.
लेकिन फिल्मी फैमिली से ताल्लुक रखने वाले कुछ एक्टर्स ऐसे भी हैं जिनका करियर बॉलीवुड में चमक नहीं पाया.
नेपोटिज्म से अगर सक्सेस मिलती होती तो आज यश चोपड़ा के छोटे बेटे उदय चोपड़ा बॉलीवुड के सबसे बड़े स्टार्स में से एक होते.
शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन ने 2008 में फिल्म हाल-ए-दिल से बॉलीवुड में एंट्री ली थी. लेकिन आज लोग उनका नाम भी ठीक से नहीं जानते.
तनुजा मुखर्जी की छोटी बेटी और काजोल की बहन तनीषा भी गॉडफादर होने के बावजूद सक्सेस हासिल नहीं कर पाईं.
आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली भी बॉलीवुड में अपना नाम नहीं बना पाए.
फिरोज खान के बेटे फरदीन भी बॉलीवुड में फ्लॉप साबित हुए हैं.
हरमन बावेजा जाने-माने डायरेक्टर हैरी बावेजा के बेटे हैं. एक दो फिल्मों के बाद हरमन इंडस्ट्री से गायब हो गए.
महेश भट्ट की बेटी पूजा भट्ट पिता के सभी संपर्कों के बावजूद उतनी लोकप्रिय नहीं हो पाईं.
संजय खान अपने जमाने के बड़े स्टार रहे लेकिन उनके बेटे जाएद को इंडस्ट्री में कम लोग ही जानते हैं.