आनंद जोशी बॉलीवुड के एक जाने माने गीतकार हैं. उनके गानों की लोकप्रियता का देश ही नहीं दुनिया भर में थी.
आनंद बख्शी के गाने इतने पॉप्युलर हैं, इस बात का अंदाजा खुद आनंद बख्शी को नहीं था.
एक बार बख्शी साहब ट्रेन में सफर कर रहे थे, तभी उन्होंने एक भिखारी को अपना लिखा गाना गाते सुना, तब उन्हें अपनी लोकप्रियता का पता चला.
आज अगर बख्शी साहब जिंदा होते तो 92 साल के होते, आज उनके जन्मदिवस पर आपको उनके कुछ बेहतरीन गाने याद दिलाते हैं.
दीया टूटे तो है माटी, जले तो ये ज्योति बनेबहे आंसू तो है पानी, रुके तो ये मोती बने
सफल होगी तेरी आराधना
(आराधना, 1969)
शमा कहे परवाने से, परे चला जामेरी तरह जल जाएगा, यहां नहीं आवो नहीं सुनता, उसे जल जाना होता है...
प्यार दीवाना होता है
(कटी पतंग, 1971)
दोस्तों, शक दोस्ती का दुश्मन है, अपने दिल में इसे घर बनाने ना दो, कल तडपना पड़े याद में जिंकी, रोक लो, रूठ कर उनको जाने ना दोबाद में, प्यार के चाहे भेजो हज़ारों सलाम, वो फिर नहीं आते...
जिंदगी के सफर में
(आप की कसम, 1974)
मत पूछो औरों के दुख में ये प्रेम-कवि क्यों रोता हैजब चोट किसी को लगती है, और दर्द किसी को होता हैदूर कहीं कोई दर्पण टूटे, तड़प के मैं रहता हूं
आप के अनुरोध पे (अनुरोध, 1977)
सांसों में बड़ी बेकरारी, आंखों में कई रात जागेकभी कहीं लग जाए दिल तो, कहीं फिर दिल ना लगेअपना दिल में जरा थम लूं, जादू का मैं इसे नाम दूंजादू कर रहा है असर, चुपके चुपके
दो दिल मिल रहे हैं (परदेस, 1997)