मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में हुआ था.
Courtesy: Instagram
बंटवारे के समय उनकी मां अस्पताल में भर्ती थी. लेकिन डॉक्टर ठीक से इलाज नहीं कर रहे थे. 10 साल की उम्र में मनोज कुमार ने डॉक्टरों की पिटाई कर दी थी.
Courtesy: Instagram
बंटवारे के बाद मनोज कुमार परिवार के साथ दिल्ली आ गए और रिफ्यूजी कैंप में रहे. बाद में हिंदू कॉलेज से उन्होंने पढ़ाई पूरी की.
Courtesy: Instagram
मनोज कुमार फिल्म शूटिंग में सहायक थे. लेकिन एक बार एक डायरेक्टर की उनपर नजर पड़ी और उन्होंने साल 1957 में फिल्म 'फैशन' में एक छोटा सा रोल दे दिया.
Courtesy: Instagram
इस छोटे रोल में उन्होंने गहरी छाप छोड़ी. इसके बाद साल 1961 में फिल्म 'कांच की गुड़िया' में उनको लीड रोल मिला. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.
Courtesy: Instagram
मनोज कुमार का असली ना हरिकृष्ण गोस्वामी था. लेकिन वो दिलीप कुमार के फैन थे और उनकी फिल्म 'शबनम' के किरदार मनोज कुमार के नाम पर अपना नाम मनोज रख लिया.
Courtesy: Instagram
मनोज कुमार ने प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर फिल्म 'उपकार' बनाई थी. इस फिल्म के उन्होंने भारत नाम का किरदार निभाया था. जिसके बाद उनको लोग भारत कुमार भी कहने लगे.
Courtesy: Instagram
मनोज कुमार की फिल्म 'क्रांति' का क्रेज ऐसा था कि दुकानों पर इसके पोस्टर वाली टी-शर्ट, शर्ट और जैकेट बिकने लगी थी.
Courtesy: Instagram
मनोज कुमार और प्राण गहरे दोस्त थे. जब प्राण का निधन हुआ तो एक्टर ने खुद को कमरे में बंद कर लिया था.
Courtesy: Instagram
साल 2007 में मनोज कुमार ने शाहरुख खान पर 100 करोड़ की मानहानि का केस कर दिया था. किंग खान ने अपनी फिल्म में उनका मजाक उड़ाया था.
Courtesy: Instagram