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किसी भी फिल्म के रिलीज होने से पहले उसे सेंसर बोर्ड से मंजूरी लेनी होती है. और सेंसर बोर्ड उस फिल्म का कंटेंट देखकर उसे सर्टिफिकेट देता है.
भारत में फिल्मों के लिए 4 तरीके के सर्टिफिकेट दिए जाते हैं. और ये सर्टिफिकेट CBFC यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन जारी करता है.
यह रेटिंग हर फिल्म के लिए अलग होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं इन रेटिंग का क्या मतलब है और किस फिल्म को आप किसके साथ देख सकते हैं. आइए जानते हैं.
U यानी Universal रेटिंग वाली फिल्म अपने परिवार के बड़े और छोटे सभी के साथ देख सकते हैं. इनमें ज्यादा लड़ाई या न्यूड सीन नहीं होते .
U/A रेटिंग वाली फिल्मों को 12 साल या छोटे बच्चों को किसी बड़े के साथ देखने की सलाह दी जाती है. इन फिल्मों में कुछ हद तक फाइटिंग सीन या न्यूडिटी हो सकती है.
U/A 7+,13+,16+ रेटिंग वाली फिल्मों को दी हुई उम्र से छोटे बच्चों को माता-पिता के साथ देख सकते हैं.
A रेटिंग वाली फिल्में 18+ होती हैं. इसमें हिंसा, न्यूडिटी और गाली गलौज हो सकती है.
S रेटिंग वाली फिल्में सिर्फ कुछ खास लोगों के लिए जैसे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के लिए ही होती हैं.
विदेश की R रेटिंग वाली फिल्म को भारत में A रेटिंग दी जाती है. लेकिन वहां के बच्चे R रेटिंग वाली फिल्म को बड़ों के साथ देख सकते हैं. बता दें कि भारत की A रेटिंग वाली फिल्म US में NC-17 रेटिंग के बराबर है.