गोवा के पारंपरिक बेबिंका केक को हाल ही में GI Tag मिला है.
आपको बता दें कि यह केक भारत के गोवा में महत्वपूर्ण सांस्कृतिक महत्व रखता है. इस केक को Queen of Goan Desserts कहा जाता है.
माना जाता है कि बेबिंका की उत्पत्ति गोवा में पुर्तगाली शासन के दौरान गोवा में हुई थी. यह मिठाई पुर्तगाली और गोवा के व्यंजनों से प्रभावित है और सदियों से गोवा की पाक परंपरा का हिस्सा रही है.
बेबिंका एक मल्टी-लेयर्ड केक है, जो आम तौर पर सात से सोलह लेयर के साथ बनाया जाता है, और कभी-कभी इससे भी ज्यादा.
बेबिंका केक की हर एक परत को अलग-अलग तैयार किया जाता है और फिर एक दूसरे के ऊपर रखा जाता है.
बेबिंका केक बनाने के लिए आटा, अंडे, चीनी, नारियल का दूध और घी (स्पष्ट मक्खन) आदि की जरूरत होती है. घी और नारियल के दूध से इस केक को एक अलग स्वाद और टेक्सचर मिलता है.
बेबिंका केक पारंपरिक रूप से गोवा के कैथोलिक समारोहों से जुड़ा हुआ है, खासकर क्रिसमस और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों के दौरान यह बनाया जाता है. गोवा के लोग इसे अपने घर पर ही बनाते हैं.
सबसे दिलचस्प बात है कि बेबिंका केक की शेल्फ लाइफ बहुत अच्छी है और इस कारण यह लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है.
गोवा आने वाले टूरिस्ट अब इस केक को अपने साथ लेकर जाने लगे हैं. यह लोगों को गिफ्ट करने के लिए अच्छा ऑप्शन है.