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आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है. इसमें पोटैशियम, कैल्शियम, विटामिन सी, आयरन, विटामिन बी 6, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. आलू की सब्जी-चोखा खाने से पोषण संबंधी कई जरूरतें पूरी होती हैं. बस यह ध्यान रखना चाहिए कि इसे बहुत ज्यादा तेल-मसाले में भूनकर नहीं खाना चाहिए.
एक छोटे आलू में लगभग 30 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है ओर एक कप मैश किए हुए आलू में 214 कैलोरी होती है. एक आलू को यदि छिलके सहित खाया जाए तो इसमें करीब 5 ग्राम फाइबर होता है, जो दिनभर की जरूरत का 20 प्रतिशत पूरा करता है.
आलू की सब्जी-चोखा या इसे सिर्फ उबाल कर खाने से पेट देर तक भरा रहता है. ये बाउल मूवमेंट को भी सही रखने में मदद करता है, जिससे डाइजेस्टिव सिस्टम सही होता है और कब्ज की समस्या नहीं हो पाती.
आलू खाने से वजन बढ़ता नहीं बल्कि घटता है. यदि उबले हुए आलूओं को सीमित मात्रा में खाया जाए तो ये पेट को जल्दी भरते हैं और कम कैलोरी कंज्यूम करने में मदद करते हैं. इससे वजन को घटाने में मदद मिलती है.
आलू में पोटैशियम मिनरल की अच्छी मात्रा होती है. पोटैशियम हार्ट हेल्थ और मसल्स के फंक्शन में मदद करता है. शरीर को हाइड्रेट करने में भी मदद करता है.
यदि आप अपनी आंतों की हेल्थ को सही रखना चाहते हैं तो आलू खाना फायदेमंद हो सकता है. आलू में अमिलोज स्टार्च होता है, जो प्रीबायोटिक की तरह काम करता है. यह आंतों में गुड बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है.
आलू के छिलके में विटामिन बी 3 और पोटैशियम की मात्रा दिल की सेहत को सही रखने में मदद करती है. आलू में काफी मात्रा में पोटेशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने का काम करता है.
आलू में अल्फा लिपोइक एसिड भी होता है, जो मस्तिष्क के विकास में योगदान देता है. आलू खाने से कैंसर नहीं होता लेकिन इसे तेल में तलकर नहीं खाना चाहिए.
आलू में मौजूद फाइबर किडनी स्टोन को बाहर निकालने में मदद करता है. आलू कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है. इसका मतलब है कि इसका सेवन कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की चिंता किए बिना किया जा सकता है.