(Photos Credit: Unsplash/Pexels/Piabay)
रोटी हमारे देश में हर कोई खाता है. रोटी बनाने के लिए कई तरह के आटे का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि अधिकांश घरों में गेहूं की रोटी ही बनाई जाती है.
डाइटीशियन के मुताबिक गेहूं सेहत के लिए बिल्कुल भी नुकसानदायक नहीं है. इसमें जो ग्लूटन मौजूद होता है वो एक तरह का प्रोटीन है. गेहूं की रोटी खाने से सेहत को कई लाभ मिलते हैं.
गेहूं कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें पोटेशियम, फोलेट, विटामिन बी6, विटामिन बी12, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और सोडियम मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
साबुत गेहूं की रोटी में एंटीऑक्सीडेंट खासतौर से सेलेनियम भरपूर मात्रा में होता है. यह इंफ्लेमेशन को कम करके दिल की सुरक्षा करने में मदद करती है. फाइबर कंटेंट कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मैनेदज करने और हार्ट हेल्थ के जोखिम को कम करने में भी अहम भूमिका निभाता है.
गेहूं की रोटियां प्रोटीन का अच्छा सोर्स मानी जाती हैं. इन्हें खाने से मांसपेशियों के निर्माण होता है. शरीर के सभी कामकाज में मदद मिलती है. रोटी को दाल या हरी सब्जी के साथ खाने से प्रोटीन की मात्रा और बढ़ जाती है.
गेहूं की रोटी कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट का एक बड़ा स्रोत होती है, जो शरीर को लगातार एनर्जी देती है. रिफाइंड कार्ब्स के विपरीत गेहूं में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्ब्स धीरे-धीरे पचते हैं. इससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है.
गेहूं की रोटी में फाइबर ज्यादा और कैलोरी कम पाई जाती है इसलिए इसे खाने से वेट मैनेज करने में मदद मिलती है. गेहूं की रोटी भूख कंट्रोल करती है, जिससे आप ओवरइटिंग करने से बचे रहते हैं.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक गेहूं में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में लाभकारी है. गेहूं की रोटी खाने से आंखों को फायदा होता है क्योंकि इसमें विटामिन ई और जिंक जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं.
ज्यादातर लोग गेहूं का आटा बारीक पिसवाते हैं और इसको भी छानकर इसमें से चोकर हटा देते हैं, जबकि ये तरीका अच्छा नहीं है. हमेशा गेहूं को थोड़ा सा मोटा पिसवाएं और आटे को चोकर के साथ इस्तेमाल करें.