गाय-भैंस नहीं, प्लांट मिल्क का है जमाना, जानें इनके बारे में

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बड़े शहरों में आजकल गाय-भैंस के दूध से ज्यादा प्लांट-बेस्ड मिल्क यानी पौधे-आधारित दूध को महत्व दिया जा रहा है. स्वास्थ्य से लेकर फिटनेस तक, इसके कई कारण हो सकते हैं. 

प्लांट मिल्क में लैक्टोज नहीं होता है, जो कि डेयरी मिल्क में पाया जाता है. इसलिए, लैक्टोज इनटोलरेंट वाले लोगों के लिए प्लांट मिल्क एक बेहतर विकल्प हो सकता है. 

साथ ही, प्लांट मिल्क में डेयरी मिल्क की तुलना में कम कैलोरी और फैट हो सकते हैं, जो वजन प्रबंधन के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. 

प्लांट मिल्क में फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो पाचन में मदद कर सकते हैं. 

प्लांट मिल्क में सबसे पॉपुलर है सोया मिल्क. सोया मिल्क एक प्रकार का प्लांट मिल्क है जो सोयाबीन से बनाया जाता है. सोया मिल्क में विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं. 

इसी तरह हेजलनट मिल्क भी अब पॉपुलर हो रहा है. यह पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. यह दिल के लिए अच्छा हो सकता है. 

आलू का दूध यानि पोटैटो मिल्क में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन के और विटामिन बी12 मिलते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार आलू का दूध व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक फायदा देता है. 

आलमंड मिल्क या बादाम का दूध अक्सर जरूरी विटामिन डी और कैल्शियम के साथ आता है, जो इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है.

हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डेयरी मिल्क में कुछ पोषक तत्व होते हैं जो प्लांट मिल्क में नहीं होते हैं. इसलिए, आप सोच-समझकर डाइट प्लान करें.