सदियों से आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल हो रहा है. हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा करना अच्छा माना जाता है. तुलसी के पत्ते का रोजाना सेवन से कई तरह रोगों से छुटकारा मिलता है. चलिए इसके फायदे बताते हैं.
तुलसी में विटामिन सी और जिंक पाया जाता है. ये एक नेचुरल इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर काम करता है और संक्रमण को दूर करता है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होते हैं.
तुलसी में कैफीन, सिनेओल और यूजेनॉल पाया जाता है. इससे छाती में ठंड और जमाव को कम करने में मदद मिलती है. शहद और अदरक के साथ इसे खाने से सर्दी-खांसी में असरदार होता है.
तुलसी स्किन के दाग-धब्बों और मुंहासों को दूर करने में मददगार होती है. तुलसी समय से पहले बूढ़ा होने से भी रोकती है. ये बालों की जड़ों को मजबूत करती है.
तुलसी में दांत औ मसूड़ों को मजबूत करने वाले गुण भी होते हैं. ओरल हेल्थ की देखभाल के लिए ये सबसे अच्छा है.
तुलसी में मौजूद फाइटोकेमिकल्स में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. इस तरह ये स्किन, लिवर, मुंह और फेफड़ों के कैंसर से बचाने में मददगार होता है.
तुलसी बॉडी में यूरिक एसिड के लेवल को कम करता है, जो किडनी में पथरी बनने का मुख्य कारण है.
तुलसी के पत्ते को चबाकर खाने से नुकसान होता है. इसमें मर्करी और आयरन होता, जिससे दांतों को नुकसान होता है. इसलिए पानी से तुलसी के पत्ते को निकल जाना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है.