Photo Credits: Unsplash/Pinterest
हमारे देश में चाय शब्द काफी कॉमन माना जाता हैं. कुछ लोग काम से थक कर, कुछ पढ़ाई के लिए रातों की नींद तोड़ने, तो वहीं कुछ लोग अपनी स्ट्रेस को कम करने के लिए चाय का सेवन करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं की भारत की हर राज्य में अलग-अलग तरीके के चाय मिलती हैं. आइए जानते हर राज्य के चाय की खासियत के बारे में.
जम्मू -कश्मीर गुलाबी रंग की नून चाय एक पारंपरिक चाय जो आमतौर पर नाश्ते के साथ ली जाती है. यह चाय पत्ते, दूध, नमक, मेवा, केसर और कभी-कभी थोड़ा सोडे से बनाई जाती है.
लद्दाख गुड़-गुड़ चाय के नाम से जानी जाने वाली लद्दाख की ये चाय मक्खन, दूध और नमक के साथ तैयार किया जाता हैं. यहां के लोग इसे पूरे दिन पीते हैं क्योंकि यह न केवल उनके शरीर को गर्म रखता है, बल्कि ठंडे, ऊंचे इलाकों में शरीर को हाइड्रेट भी रखता है.
असम असमी चाय अपने गहरे रंग और कर्क स्वाद के लिए जानी जाती है. इस चाय को ब्रेकफास्ट में लेने से दिन की शुरुआत ताजगी से भर जाती है.
नागालैंड रोसेल चाय में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. यह खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को कम, हृदय रोग और रक्त वाहिका की समस्याओं में मदद मिलती है.
अरुणाचल प्रदेश इसे बैंगनी चाय इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी पत्तियां आमतौर पर हरे रंग की नहीं बल्कि बैंगनी रंग की होती हैं. इन चाय की पत्तियों में एंथोसायनिन नामक एक मेगा एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो उन्हें बैंगनी रंग देता है.
मेघालय चा खू (चा का मतलब चाय और खू का मतलब चावल )एक पारंपरिक चावल से बना चाय जो चाय या कॉफी के जैसा स्वादिष्ट होता है,साथ ही औषधीय गुणों से भरपूर चावलों को भून कर तैयार किया जाता है.